श्री राम धाम संत सेवा आश्रम: नवकुण्डीय गौपुष्टि महायज्ञ एवं भव्य मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में छठे दिन मूर्ति पूजा एवं संतों का किया स्वागत सत्कार

मेवदाकला 24 अप्रैल (केकड़ी पत्रिका) श्री राम धाम संत सेवा आश्रम चोसला कॉलोनी मेवदाकला में चल रहे नवकुण्डीय गौपुष्टि महायज्ञ एवं भव्य मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में छठे दिन मूर्ति पूजा एवं संतों का स्वागत सत्कार किया गया। इस महायज्ञ आश्रम के महंत एवं यज्ञकर्ता रघुवीर दास महाराज के सानिध्य में आयोजित हो रहा है। इस यज्ञ को विशेष पहचान दिलाने के लिए आश्रम के महाराज ने भारत सहित अन्य देशों के संतों को भी आमंत्रित किया जिसमें न्यूजीलैंड के एक संत महात्मा इस महायज्ञ में पहुंचे। आने वाले सभी संत महात्माओं का श्री रामधाम संत सेवा आश्रम द्वारा माल्यार्पण एवं स्वागत सत्कार किया गया। यज्ञचार्य राधा शरण शर्मा केकड़ी के तत्वाधान में पंडितों द्वारा विधि विधान एवं मूर्ति की पूजा अर्चना यज्ञ शाला में यजमानों द्वारा हवन तथा यज्ञशाला के परिक्रमा, आरती सहित कई धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।

यज्ञाचार्य राधा शरण शर्मा ने बताया कि गुरुवार को मूर्तियों का 108 कुंडों द्वारा मूर्तियों का जलाभिषेक किया गया तथा यज्ञ शाला में मूर्तियों की पूजा एवं परिक्रमा, आरती कर फला दिवास कराया गया। उन्होंने बताया कि 25 अप्रैल 2025 को नित्यर्चन हवन मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा स्थापना यज्ञ की पूर्णाहुति, संतों का आशीर्वादवचन तथा विशाल भंडारा एवं संतों की विदाई की जाएगी। इस महायज्ञ में बाहर से आए संतों ने कंडो के साथ अलाव ताप कर अपनी तपस्या की तथा बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को आशीर्वाद प्रदान किया । प्रतिदिन इस यज्ञ में बाहर के कई संत पहुंच रहे हैं ।
इस महायज्ञ में ग्रामीण परिवेश की बिंदोरी के रूप में कहीं भक्तगण पहुंचकर नाश्ते गाते नजर आए वही झूले चकरी सहित का आनंद लेने के लिए आसपास गांव की हजारों की तादाद में यहां पहुंच रहे हैं।यज्ञ में इन महात्माओं का हुआ स्वागत सत्कार- इस महायज्ञ में दामोदर दास महाराज ,अवधेश दास महाराज, लक्ष्मण दास महाराज, श्यामसुंदर दास ओंकारेश्वर, भरत दास इंदौर ,गोविंद महाराज बनारस ,अभ्यागत साधु ,भरत दास महाराज ,मोहनदास महाराज ,हनुमान दास महाराज जूनिया, ध्रवदास महाराज, शिवेंद्र दास सूरत, मुरारी शरण हरिद्वार, मुरली दास जगन्नाथपुरी उड़ीसा, दशरथ दास कोटा ,मुरली दास वृंदावन ,नरसिंह दास महाराज मंडी हिमाचल प्रदेश सहित कई संत महात्मा यहाँ पहुंचे हैं।श्री राम धाम संत सेवा आश्रम में चल रहे यज्ञ के दौरान श्रीमद् भागवत कथा में कथा वाचक राघव दास महाराज ने कहा कि श्रीकृष्ण बाल लीला, कालियामसन मर्दन एवं गोवर्धन पूजा का सुंदर चित्रण किया।
भगवान कृष्ण बाल लीला, माखन चोरी व गोवर्धन पूजा की कथा श्रद्धालुओं को सुनाई। भगवान की अछ्वुत लीलाएं मानव जीवन के लिए प्रेरणा दायक हैं। भगवान कृष्ण ने बचपन में अनेक लीलाएं कीं। बाल कृष्ण सभी का मन मोह लिया करते थे। नटखट स्वभाव के चलते यशोदा मां के पास उनकी हर रोज शिकायत आती थी। मां उन्हें कहती थी कि प्रतिदिन तुम माखन चुरा के खाया करते हो तो वह तुरंत मुंह खोलकर मां को दिखा दिया करते थे।मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु अहंकार है, जब मनुष्य के मन में अहंकार का भाव पैदा होता है तब वह अपना समस्त जीवन का सर्वनाश कर देता है।
संत ने कहा कि रावण, कंस एवं कई ऐसे असुर थे जिन्होंने अंहकार के मद में अपना विनाश करवाया। भागवत कथा का मुख्य आकर्षक श्रीकृष्ण लीला, रूखमणी विवाह, पुष्प होली प्रसंग की कथा सुनाई गई। रूखमणी विवाह में पाण्डाल में उपस्थित श्रृद्धालु झूमने लगे। कृष्ण लीला, व पुष्प होली में श्रृद्धालुओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया