भक्तमाल कथा में संत परमानंद महाराज का प्रवचन – ‘भक्ति से होता है मानव जीवन का कल्याण’

मेवदाकलां, 16 फरवरी(केकड़ी पत्रिका ) श्री दादू दयाल आश्रम, मेवदाकलां में आयोजित श्री भक्तमाल कथा में संत परमानंद दास महाराज ने भक्तों को भक्ति, श्रद्धा और विश्वास का महत्व समझाया। यह आयोजन परम पूज्य गुरुदेव महंत मोहन दास महाराज एवं पूज्य संत रामचंद्र दास महाराज की पुण्य स्मृति में हुआ, जिसमें संत रामेश्वर दास महाराज के सानिध्य में श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक मार्गदर्शन मिला।
कथा प्रवचन में संत परमानंद दास महाराज ने भक्त प्रह्लाद का उदाहरण देते हुए कहा कि “यदि मनुष्य में भगवान के प्रति अटूट श्रद्धा हो, तो प्रभु स्वयं प्रकट होकर भक्त की रक्षा करते हैं।” उन्होंने बताया कि ईश्वर जाति, पद, प्रतिष्ठा या ऐश्वर्य नहीं, बल्कि भक्ति, प्रेम, समर्पण और विश्वास को देखते हैं। भक्तों के प्रेम भाव से बंधकर भगवान अनेक लीलाएं करते हैं और उनके जीवन में कल्याण लाते हैं।
कथा के दौरान संत राम लखन दास महाराज ने भजनों की प्रस्तुति देकर श्रद्धालुओं को भाव-विभोर कर दिया। आयोजन में देशभर से कई संत महापुरुषों का आगमन हुआ, जिनमें प्रमुख रूप से महंत योगी गिरवर नाथ महाराज (आमेर, जयपुर), महंत बख्शी राम महाराज (सुरसुरा), संत हरि किशन दास महाराज (समलेटी), महंत बालक दास महाराज (बूंदी) और संत गणपत दास महाराज शामिल रहे।
कथा श्रवण के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे, जिन्होंने आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त कर भक्ति मार्ग में आगे बढ़ने का संकल्प लिया।