पर्यावरण की सुरक्षा एवं उसका संवर्धन करना प्रत्येक नागरिक की है जिम्मेदारी-न्यायाधीश प्रवीण वर्मा
वृक्षारोपण से बड़ा नहीं कोई पुनीत कार्य-जयमाला पानीगर
केकड़ी,13 अगस्त (केकड़ी पत्रिका न्यूज पोर्टल/डॉ मनोज आहुजा) मंगलवार को अध्यक्ष तालुका विधिक सेवा समिति एवं अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश संख्या दो केकड़ी प्रवीण कुमार वर्मा द्वारा न्यायालय परिसर में वृक्षारोपण किया जाकर हरियाली ही जीवन का आधार है।
कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।इस अवसर पर अध्यक्ष तालुका विधिक सेवा समिति एवं अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश संख्या दो प्रवीण कुमार वर्मा,अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश संख्या एक जयमाला पानीगर,न्यायिक मजिस्ट्रेट शुभम गुप्ता,अपर लोक अभियोजक परवेज नकवी,एडवोकेट डॉ.मनोज आहूजा, निसार अहमद,भैरू सिंह राठौड़,रवि शर्मा सहित न्यायिक कर्मचारी दिनेश शर्मा,आशाराम कुमावत,सचिव जीतेन्द्र लक्षकार सहित कर्मचारीगण उपस्थित रहे।इस अवसर पर अध्यक्ष तालुका विधिक सेवा समिति एवं अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश संख्या दो केकड़ी प्रवीण कुमार वर्मा ने कहा कि हम सबकी ये जिम्मेदारी है कि हम वृक्षारोपण के साथ साथ उन वृक्षों की सार-संभाल भी करें।उन्होंने कहा कि मनुष्य और प्रकृति का संबंध प्राचीन काल से ही बहुत घनिष्ठ रहा है।
भोजन से लेकर आवास तक मानव अपनी सभी आवश्यकताए प्रकृति से पूरी करता था।प्रकृति में भी विशेष वृक्षों से मनुष्य को बहुत लाभ होता था।पेड़ों ने मनुष्य को खाने के लिए फल व ईंधन के लिए लकड़ी और शरीर ढकने के लिए पत्ते दिये।लेकिन उसके बाद मानवी आधुनिकता की दौड़ में आकार अंधाधुंध पेड़ों को काटने लगाए जिससे कुछ ही समय में कई जंगल नष्ट हो गए लेकिन अगर हम वृक्षारोपण को अपना ले तो पेड़ो को बचा सकते है।अब तक मनुष्य ने विकास के नाम पर वनों को बहुत नुकसान पहुंचाया है।लेकिन अब स्थिति को बदलने की जरूरत है। इसके लिए सबसे पहले हमें आगे आकर पर्यावरण को स्वस्थ साफ सुथरा और हरा भरा बनाने का प्रयास करना होगा तभी लोग हमारा साथ देंगे और धरती पर शांति से रह पाएंगे।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा एवं उसका संवर्धन करना प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी भी है तथा कर्तव्य भी।वहीं इस मौक़े पर अपर जिला न्यायाधीश जयमाला पानीगर ने कहा कि वृक्षारोपण से बड़ा कोई पुनीत कार्य भी नहीं है।उन्होंने कहा कि देश के प्रत्येक नागरिक को इसे अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए और यह संकल्प लेना चाहिए कि वो एक वृक्ष लगाकर उसे पाल पोसकर बड़ा करेंगे क्योंकि वृक्ष ही जीवन का आधार है।