“मां शब्द अपने आप में एक श्रद्धा का नाम है”- आर्यिका स्वस्तिभूषण माताजी

केकड़ी 21 अप्रैल (केकड़ी पत्रिका) मां शब्द अपने आप में एक श्रद्धा का नाम है, माँ जन्मदात्री होती है , संतान का पालन पोषण बड़े ही सह्रदय से करती है,संतान को नीतिपूर्वक आचरण की शिक्षा देती है ओर धर्मरूपी कार्य के प्रति संस्कारवान बनाती है कि वह कहीं गलत पथ पर नहीं चला जाये ।बोहरा कॉलोनी स्थित श्री नेमिनाथ जैन मंदिर के निकट शिवम वाटिका में आर्यिका स्वस्तिभूषण माताजी ने अपने धर्मोपदेश में कहे ।

प्रातःकालीन शांतिधारा का सौभाग्य ओमप्रकाश गोविंद कुमार योगेश कुमार सदारा परिवार व पारस मल महावीर प्रसाद लाभ चंद बघेरा परिवार को मिला ।समाज के अध्यक्ष ज्ञान चंद जैन ज्वैलर्स व मंत्री कैलाश चंद जैन मावा वालों ने बताया कि श्री मुनि सुव्रतनाथ भगवान का तप, ज्ञान व जन्म कल्याण कार्यक्रम 21 से 23 अप्रैल तक मनाया जा रहा है ।आज प्रातः घट यात्रा निकाली गई व पात्रों का चयन किया गया ।सोधर्म इन्द्र कैलाश चंद प्रकाश चंद पीयूष कुमार,कुबेर इन्द्र सुरेन्द्र कुमार विनय कुमार रांटा, व यज्ञ नायक अमर चंद अशोक कुमार अनिल कुमार कुहाड़ा को बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ ।शाम को महिला सम्मेलन,आनंद यात्रा व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गए ।

कल भगवान मुनि सुव्रतनाथ का ज्ञान कल्याणक, शांति धारा, मुनि सुव्रतनाथ विधान आर्यिका माताजी ससंघ के सानिध्य में आयोजित किये जायेंगे ।