सावर क्षेत्र मे नवरात्र के पावन अवसर पर माता के मंन्दिरो मे सजा दरबार,प्रतिदिन होगे विभिन्न धार्मिक कार्य क्रमो का आयोजन,
सावर 03 अक्टूबर (केकड़ी पत्रिका न्यूज/हंसराज खारोल) कस्बे के निकटवर्ती ग्राम कुशायता,बिसुदनी,सुरजपुरा,गोरधा,सोकिया का खेड़ा,पिपलाज,सदारा,आमली,मेहरूकला, चिकलिया, किशनपुरा,माधोपुरा,बनेडिया उदय सागर,उमेदपुरा,मोटालाव,कीडवा का झोपडा, सहित आस पास के सभी गावो मे गुरूवार को 3 अक्टूबर से घट स्थापना के साथ ही शारदीय नवरात्रा शुरू हुआ है तथा इसी के साथ भक्त माता की भक्ति में डूब गए |
अखिल भारतीय खारोल समाज की कुल देवी मा शाकम्भरी माता के मन्दिरों मे विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमो काभव्य आयोजन शुरुआत की गई।कुशायता बस स्टैंड पर अखिल भारतीय खारोल समाज के कुलदेवी मां शाकंभरी धनोप माता ,घाटारानी,गोरधा बस स्टैंड पर बाला जी महाराज, बिसुदनी बाला जी महाराज, सुरजपुरा मे बालाजी महाराज सहित विभिन्न माताओं के मन्दिरों की विशेष सजावट की गई|
नवरात्रा स्थापना के साथ ही नो दिनो तक भक्त माता की भक्ति में डुब जाएगे तथा प्रतिदिन माता के भक्त विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित होगे|
कुशायता में विभिन्न मन्दिरों मे विशेष सजावट की गई ओर मन्दिरों मे नवरात्रा स्थापना की गई है|
गोरधा बस स्टैंड पर बाला जी महाराज के मन्दिर परिसर के गुरूवार को 10 :15 मिनिट पर रामायण का पाठ का शुभारंभ किया गया है जोकि 9 दिन तक चलेगी ओर बालाजी महाराज के चोला चढाया गया है|
हिन्दू धर्म में नवरात्र को पवित्र अवधि माना
इन नो दिनों में मां दुर्गा के नो रूपो की पुजा क्षेत्र अर्चना की जाती है,कई साधक इस अवधि मे व्रत आदि भी करते हैं नवरात्रि का पहला दिन खास माना जाता है, क्योंकि इस दिन घटस्थापना करने का विधान है, ऐसे मे चलिए जानते हैं घटस्थापना का शुभ मुहूर्त|
घट स्थापना का शुभ मुहूर्त
आर्शिन माह के शुरू पक्ष की प्रतिपदा तिथि क्ष03 अक्टूबर 2024 को रात्रि क्ष12 बजकर 18 मिनिट पर शुरू हो रही है| वही इस तिथि का समापन 04 अक्टूबर को मध्य रात्रि 2 बजकर 58 मिनिट पर होगा| ऐसे मे उदसा तिथि के अनुसार शारदीय नवरात्रि की शुरुआत गुरुवार 3 अक्टूबर हो हुए हैं ओर घटस्थापना भी इसी दिन की गई, इस दोरान घटस्थापना का शुभ मुहूर्त कुछ इस प्रकार रहने वाला है|
घटस्थापना मुहूर्त सुबह 06 बजकर 15 मिनिट से 7 बजकर 22 मिनिट तक
घटस्थापना अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11 बजकर 46 मिनिट से दोहपर 12 बजकर 33 मिनिट तक है
घटस्थापना का महत्व
हिन्दू मान्यता ओ के अनुसार शारदीय नवरात्रि में कलश स्थापना या घटस्थापना का विशेष महत्व माना गया शारदीय नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना की जाती है ओर इसके बाद मां दुर्गा के नो स्वरूपों की पुजा अर्चना की जाती है| ऐसा माना जाता है कि कलश स्थापना करने से घर में सुख शांति का माहौल बना रहता है| कलश स्थापना के दौरान इसमें जो नारियल रखा जाता है, वह घर के सदस्यों के लिए आरोग्य का आशीर्वाद लेकिन आता है इसी के साथ कलश स्थापना से साधक की पुजा में किसी प्रकार की बाधा नहीं आती है|