काव्य/शायरी -“तेरे नयना”
धवल चाँदनी में तारों से तुम्हारे नयन,सीप मौक्तिक से सुनहरे तुम्हारे नयन ! नदिया में किलोल करती मीन से नयन,मेघ...
धवल चाँदनी में तारों से तुम्हारे नयन,सीप मौक्तिक से सुनहरे तुम्हारे नयन ! नदिया में किलोल करती मीन से नयन,मेघ...
धन्धो कर धन जोडल्यो लाखां बीच करोड़,मरती बेलयां मानवी लेसी सूत कनकती तोड़! खाल्यो पिल्यो खरचल्यो करल्यो जीव की सेर,ई...
बाग में पपीहा कुंजन कर रहा था ,बावरा मन मिलन को मचल रहा था! शायद वो वहां आयी चहलकदमी को,दीदार...
शुष्क तरु से लिपटी एक कृशकाय मानवी, निर्निमेष दिगन्ततकती पीताम्बर ओढ़े तन्वी! क्या है अन्तस् रूह छलनी घोर तिमिर छाया,...
तेरा दुपट्टा उड़ने दो, चूड़ियों को खनकने दो, नजरें नशीली झुका दो, होंठो पे हंसी बिखरने दो, हवा में जुल्फें...
तेरी यादों को अब दिल मे छुपा नही सकता,तेरी भीगी अंगिया बहुत याद आती बरसात में! तेरे गोरे सूर्ख रतनार...
अगर मैं बेवक्त बोल जाता ख़ताये तुम्हारी,जीती हुई बाजी हार जाता यही समझदारी! जज्बातों पर आंच आये तो बोलना चाहिए,कब...
चित्तौड़गढ़ 20 जनवरी(केकड़ी पत्रिका न्यूज) सिन्धु संस्कृति सर्वगुण सम्पन्न है क्योंकि सिंध की पावन भूमि वैदिक और हिंदू संस्कृति और...
यूं तो जीवन के हर पड़ाव में दोस्त मिलते हैं, कुछ छूट जाते हैं, कुछ गले पड़ जाते हैं। कुछ...
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