नवरात्र में ब्रह्माणी माता की प्राचीन प्रतिमा के मूल स्वरूप में होगा अलौकिक श्रंगार, पहली बार भक्त करेंगे इस रूप के दर्शन

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बघेरा 22 सितम्बर (केकड़ी पत्रिका न्यूज) कस्बे में स्थित ब्रह्माणी माता मंदिर हाल ही चर्चा में आया था ज्ञात हो कि केकड़ी जिले के ग्राम बघेरा में पुजारियों और ग्रामावासियो के अनुसार माता रानी का करीब 100 वर्ष पुराना चोला हट जाने के बाद ब्रह्माणी माता की प्रतिमा का प्राचीन स्वरूप ,मूलस्वरूप और अलौकिक स्वरूप सामने आया था। उसी दिन से माता के दर्शन करने के लिए भक्तो का तांता लगा हुआ है और यह करवा दिन ब दिन बड़ रहा है।

इस नवरात्रा में माता की प्रतिमा के इस प्राचीन और मूल स्वरूप के दर्शन का पहली बार भक्तो को अवसर मिलेगा। प्रतिमा के मूलस्वरूप केसामने आने के बाद भक्तो ने माता के चहरे के दर्शन किया है लेकिन अब नवरात्रा में माता की प्रतिमा के पूर्ण और प्राचीन, मूल स्वरूप के दर्शन करने शुभ अवसर प्राप्त होगा ,

क्योंकि पहली बार माता किं प्रतिमा के मूल स्वरुप जो चार भुजा वाली देवी के रूप में है का मूल स्वरूप में आलौकिक श्रंगार होगा। जिसे लेकर अभी से ही लोगो में काफी उत्साह है।

नव रात्रा के प्रथम दिन के इस शुभ अवसर पर माता रानी की महा आरती का आयोजन और प्रसाद वितरण होगा।

पुजारी दीपक पाठक ने बताया कि मान्यता के अनुसार श्रद्धा भाव से माता रानी को चुनरी चढ़ाने से हर मानोकामना पूरी होती है।नवरात्र में इसका विशेष महत्व होता है।

ध्यातव्य : चार भुजा वाली माता की प्रतिमा,राजस्थान के राजसमंद ज़िले के कुंभलगढ़ तहसील के गढ़बोर गांव में भी है जिसकी भी महिमा है।

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