बघेरा ने उड़ान भरी है अब उम्मीदे फेला रही हैं पंख
बघेरा 10 मई (केकड़ी पत्रिका न्यूज पोर्टल) शिक्षा के क्षेत्र में बघेरा कस्बा हमेशा ही अग्रणी रहा है। यहां पर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, दो संस्कृत विद्यालय, महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यमिक विद्यालय के साथ-साथ सरकारी और निजी क्षेत्र में अनेक शिक्षण संस्थाएं हैं।ज्ञात हो कि हाल ही में राजस्थान सरकार द्वारा राजकीय संस्कृत उच्च प्राथमिक विद्यालय को राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय स्कूल में क्रमोन्नत किया जाने की घोषणा की है जिसको लेकर कस्बे में काफी खुशी का माहौल भी है ।।क्षेत्र में बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए क्षेत्रवासीयो द्वारा काफी लंबी समय से बालिका महाविद्यालय खोले जाने की मांग की जाती रही है।
बघेरा से पंचायत समिति सदस्य संदीप पाठक ने भी इस मांग को कई बार सार्वजनिक मंच से उठाई भी थी और मांग पत्र भी दिया था हालांकि यह मांग इस बजट में तो पूरी नहीं हो सकी लेकिन केकड़ी के जिला बन जाने के पश्चात अब क्षेत्रवासियों की उम्मीदों को पंख लगे हैं कि आने वाले दिनों में बघेरा में बालिका महाविद्यालय या राजकीय महाविद्यालय का तोफा मिल सकता है और मिलनी भी चाहिए जरूरत भी है और अपेक्षा भी। वर्तमान में क्षेत्रीय विधायक द्वारा जो लगातार सोगते दी जा रही है उसको देखते हुए यह कार्य असंभव नहीं है।
बघेरा और आसपास के क्षेत्र विद्यार्थी उच्च शिक्षा के लिए शहरों की तरफ जाते हैं हालांकि उन्हें भी समस्याओं का सामना करना पड़ता है क्योंकि आवागमन के साधनों का अभी भी अभाव है । जहां तक बालिकाओं की बात है तो बालिकाओ को सीनियर सेकेंडरी परीक्षा पास करने के बाद उच्च शिक्षा के लिए किसी बड़े शहर में ज्यादा होता है लेकिन कई बार व्यक्तिगत कारणों , आवागमन के साधनों के अभाव के कारण से या आर्थिक कारणों से शहर में अध्ययन करने के लिए नहीं जा पाती हैं और मजबूरन उन्हें या तो स्वयंपाठी विद्यार्थी रूप में अध्ययन करना होता है या फिर पढ़ाई छोड़नी पड़ती है। इस बारे में ग्राम वासियों का मानना है कि अगर बघेरा में बालिका महाविद्यालय खुल जाता है तो न केवल बघेरा बल्कि आसपास की ग्रामीण क्षेत्र की बालिकाओ को भी उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नवीन अवसर प्राप्त हो सकेंगे। “शिक्षा के अवसर प्राप्त होंगे तभी तो बेटी पड़ेगी तभी तो आगे बढ़ेगी” तभी ही यह नारा सार्थक साबित हो सकता हैं।