कृषि विज्ञान और गणित विज्ञान का एक भी व्याख्याता नहीं है बांदनवाड़ा स्कूल में दोनों ही संकाय बंद होने के कगार पर

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बांदनवाड़ा,9 अगस्त,(केकड़ी पत्रिका न्यूज़ पोर्टल) मसूदा विधानसभा के बांदनवाड़ा कस्बे की राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बान्दनवाड़ा में गणित-विज्ञान तथा कृषि विज्ञान विषय के व्याख्याताओं के तीन तीन पद स्वीकृत हो रखे हैं लेकिन वर्तमान में उक्त दोनों ही संकाय के तीनों ही पद पर एक भी व्याख्याता की नियुक्ति नहीं हो रखी है जिसके चलते वर्तमान में कक्षा 11 में एक भी विद्यार्थी द्वारा प्रवेश नहीं लिया गया है जिसकी वजह से उक्त दोनों ही विषयों के विद्यार्थियों को प्राईवेट स्कूलों में प्रवेश लेना पड़ रहा है जिसके चलते ग्रामीण क्षेत्र की गरीब जनता पर अनावश्यक शिक्षा का भार पड़ रहा है जो कि राज्य सरकार की नीतियों के विरूद्ध है साथ ही उक्त विषय में पढ़ने वाले अधिकांश विद्यार्थी बालिकाएं होती है जिनको शिक्षा से महरूम होना पड़ रहा है जो कि राजस्थान सरकार की बालिका शिक्षा के सम्बन्ध में बनाई गई पॉलिसी के विपरीत है।विद्यालय में उक्त दोनों ही विषयों के शिक्षक नहीं होने से इस वर्ष एक भी विद्यार्थी द्वारा प्रवेश नहीं लिया गया है यही हाल रहे तो दोनों ही विषयों को इस विद्यालय में बंद कर दिया जाएगा।क्षेत्रीय विधायक द्वारा क्षेत्र की समस्याओं की ओर ना तो ध्यान दिया जाता है ना ही समस्याओं के सम्बन्ध में कार्यवाही करने का प्रयास किया जाता है जिसके चलते क्षेत्र के अधिकांश सरकारी कार्यालयों की स्थिति खराब है।जिसकी वजह से आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।समाजसेवी एडवोकेट डॉ.मनोज आहूजा ने इन स्थितियों के सम्बन्ध में स्थानीय प्राचार्य से विस्तृत चर्चा कर इन पहलुओं की जानकारी लेने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री माननीय अशोक गहलोत तथा शिक्षा मंत्री जी को पत्र लिखकर विद्यालय में रिक्त पदों पर व्याख्याताओं को नियुक्त करने की मांग की है। मसूदा विधानसभा के बांदनवाड़ा कस्बे की राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बान्दनवाड़ा में गणित-विज्ञान तथा कृषि विज्ञान विषय के व्याख्याताओं के तीन तीन पद स्वीकृत हो रखे हैं लेकिन वर्तमान में उक्त दोनों ही संकाय के तीनों ही पद पर एक भी व्याख्याता की नियुक्ति नहीं हो रखी है जिसके चलते वर्तमान में कक्षा 11 में एक भी विद्यार्थी द्वारा प्रवेश नहीं लिया गया है जिसकी वजह से उक्त दोनों ही विषयों के विद्यार्थियों को प्राईवेट स्कूलों में प्रवेश लेना पड़ रहा है जिसके चलते ग्रामीण क्षेत्र की गरीब जनता पर अनावश्यक शिक्षा का भार पड़ रहा है जो कि राज्य सरकार की नीतियों के विरूद्ध है साथ ही उक्त विषय में पढ़ने वाले अधिकांश विद्यार्थी बालिकाएं होती है जिनको शिक्षा से महरूम होना पड़ रहा है जो कि राजस्थान सरकार की बालिका शिक्षा के सम्बन्ध में बनाई गई पॉलिसी के विपरीत है।विद्यालय में उक्त दोनों ही विषयों के शिक्षक नहीं होने से इस वर्ष एक भी विद्यार्थी द्वारा प्रवेश नहीं लिया गया है यही हाल रहे तो दोनों ही विषयों को इस विद्यालय में बंद कर दिया जाएगा।क्षेत्रीय विधायक द्वारा क्षेत्र की समस्याओं की ओर ना तो ध्यान दिया जाता है ना ही समस्याओं के सम्बन्ध में कार्यवाही करने का प्रयास किया जाता है जिसके चलते क्षेत्र के अधिकांश सरकारी कार्यालयों की स्थिति खराब है।जिसकी वजह से आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।समाजसेवी एडवोकेट डॉ.मनोज आहूजा ने इन स्थितियों के सम्बन्ध में स्थानीय प्राचार्य से विस्तृत चर्चा कर इन पहलुओं की जानकारी लेने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री माननीय अशोक गहलोत तथा शिक्षा मंत्री जी को पत्र लिखकर विद्यालय में रिक्त पदों पर व्याख्याताओं को नियुक्त करने की मांग की है।

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