सकल जैन समाज, केकड़ी विशाल रैली निकाल जिला विशेषाधिकारी महोदय को सौपा ज्ञापन

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केकड़ी20जुलाई (केकड़ी पत्रिका न्यूज़ पोर्टल) सकल जैन समाज के आव्हान पर गुरुवार को केकड़ी के विविध समाजों के संगठनों , व्यापारिक एसोशिएशनो , अन्य सामाजिक एवं महिला संगठनों समाजजनों ने आचार्य कामकुमार नंदी महाराज के हत्यारों को कठोरतम दंड एवं भविष्य में जैन मुनियों को सुरक्षा देने की मांग के साथ नगर पालिका स्थित कार्यालय में जिला विशेषाधिकारी महोदय खजान सिंह आई ए एस को ज्ञापन सौंपा। जैसा कि सर्व विदित है कि कर्नाटक के चिक्कोडी जिले के हीरेखोडी ग्रामीण इलाके में नंदी पर्वत स्थित पार्श्वनाथ जैन गुरूकुल आश्रम के प्रेरणा स्त्रोत दिगम्बर जैन संत आचार्य श्री कामकुमार नंदी जी महाराज की अपहरण कर निर्मम हत्या की गई, उनके शरीर के 9 टुकड़े करके बोरवेल में डाल दिया गया, इस हृदय विदारक घटना से पूरा भारत बहुत दुखी है और आक्रोशित भी है। इस घिनोने कृत्य की हर समाज के सभी वर्ग के लोग भर्त्सना करते हैं। इस विषय पर आज प्रातः 8:30 बजे से 9.30 बजे मुनिराज सुश्रुत सागर महाराज के प्रवचन पश्चात चंद्रप्रभु चैत्यालय से एक विशाल रैली प्रारंभ हुई जो विधासागर मार्ग होते हुए धंटाधर सदर बाजार खिड़की गेट सरसडी गेट से बस स्टैंड होते हुए नगर पालिका पहुंच कर यहां जिला विशेषाधिकारी महोदय खजान सिंह जी आई ए एस को ज्ञापन देते हुए यह मांग की कि विचरण कर रहे साधु संतों की सुरक्षा की जाए। एवं इस हेतु एक संरक्षण बोर्ड की स्थापना की जाएं।साथ ही केन्द्र सरकार द्वारा सभी राज्यों के अल्प संख्यक आयोगों में जैन सदस्य और जैन कल्याण बोर्ड का गठन किया जाएं। यहां बता दें कि इस हेतु पूर्व में भी चौदह जुलाई को केकड़ी उपखंड अधिकारी महोदय विकास कूमार पंचोली को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, मुख्य मंत्री कर्नाटक एवं राजस्थान के नाम ज्ञापन सौंपा गया था।

सकल जैन समाज के आव्हान पर रैली में केकड़ी की कई समाज और संगठन शामिल हुए। सभी ने अपना पूरा समर्थन दिया है। ज्ञापन देने एवं बाजार बंद के समर्थन में कृषि उपज मंडी अध्यक्ष शिवप्रकाश तोषनीवाल, किराणा एसोशिएशन अध्यक्ष राकेश फतेहपुरिया, रेडीमेड कपड़ा एसोशिएशन अध्यक्ष भागचंद आगीवाल, कपड़ा एसोशिएशन अध्यक्ष सुरेश चंद मांगधणा, सर्राफा एसोशिएशन अध्यक्ष कैलाश चंद सोनी, मेडिकल एसोसिएशन अध्यक्ष ज्ञानचंद जैन, आयुर्वेदिक दवा एसोशिएशन अध्यक्ष नरेश जैन सहित अन्य एसोशिएशन के पदाधिकारियों सहित विश्व हिन्दू परिषद से ज्ञानचंद शर्मा, ताराचंद नामा, हीराचंद खूंटेटा, काशीराम विजय, चंद्रप्रकाश विजय, रमेशचंद शास्त्री, नवीन चंद सोनी, हनुमान सैनी, महावीर सिंह भाटी, महावीर वैष्णव, बढ़ते कदम गौशाला से हरीश गोपलानी,…. अशोक कुमार लोढा, सुरेन्द्र धूपिया, जितेन्द्र सिंधवी, प्रोफेसर ज्ञानचंद सुराणा, अरविन्द नाहटा,नीरज लोढ़ा, जयप्रकाश सोनी, रिखबचंद धम्माणी,पारस सोनी, कैलाश चंद सोनी, भंवरलाल बज, कैलाश चंद सोनी मेवदांवाले, नरेन्द्र गदिया,वैध नंदकिशोर जैन, सुभाषचंद कटारिया, नरेश जैन, संजय कटारिया,आनंद सोनी,पवन गंगवाल,टीकमचंद जैन, शांतिलाल चौरूका, महावीर प्रसाद जैन,हेमन्त एडवोकेट, विनय कटारिया,विनय पाण्डया,मनोज पाण्ड्या, महेन्द्र पाटनी,ज्ञाता गदिया सहित सैकड़ों गणमान्य लोग मौजूद रहे। महिलाओ के विविध समूहों सहित सैकड़ों महिलाएं जुलुस में शामिल थी। अनेक बच्चों एवं बालिकाओं ने भी इस जुलुस में शामिल हो अपना योगदान दिया। संचालन महावीर टोंग्या और पारस बज ने किया।*चंद्रप्रभु चैत्यालय में आयोजित की श्रद्धांजलि सभा*सकल जैन समाज के प्रचार मंत्री नरेश जैन ने बताया कि जुलुस समापन पर चंद्रप्रभु चैत्यालय में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। सभा में कैलाश चंद सोनी, जितेन्द्र सिंधवी, प्रोफेसर ज्ञानचंद सुराणा, भंवरलाल बज, अर्पिता कटारिया अनिता रांटा ने विचार व्यक्त किए, उन्होंने कहा कि सकल जैन समाज एक है, एकमत हैं जो आज इस आंदोलन का हिस्सा बने हैं भविष्य में होने वाली मुनियों की सुरक्षा में आपके योगदान से यदि सुरक्षा मिलती है तो आप सब भी इस पुण्यशाली कार्य में हिस्सेदार हुए। ऐसे निर्मम हत्याकांड की सभी ने एक स्वर से कड़ी निन्दा की । *मुनिराज सुश्रुत सागर महाराज ने संबोधित किया*इसी दौरान मुनिराज सुश्रुत महाराज ने अपनी करूणामयी वाणी में कहा कि धर्म के मार्ग में सभी साधर्मी बंधुओं को एकमत हो धर्म, साधुओं, तीर्थक्षेत्रों पर आई विपत्तियों को दूर करने के लिए पुरजोर कोशिश करना चाहिए। हाल ही में जो आचार्य कामकुमार नन्दी महाराज की जो जधन्य हत्या की गई है, यह कृत्य बहुत ही निंदनीय है,इसकी जितनी भी निंदा की जाएं कम है। मुनिराज ने कहा कि अहिंसा के पुजारी जैन समाज सहित सभी वर्गों के समाज जन धर्म प्रेमी इससे व्यथित हैं। मुनिराज तो अपना समाधि मरण कर देवलोक में चले गए हैं, क्योकि साधु तो अपने पर आये अकस्मात उपसर्गों पर अपना पाप कर्मों का उदय जान निश्चित ही समाधि में लीन हो गए होंगे । मरण जिनग्रंथो में सत्तरह तरह के बताए गए हैं अतः उन्होंने तो अपना उद्धार कर लिया होगा। लेकिन ऐसा कुकृत्य क्षमा योग्य नहीं है। जैन संतों पर अत्याचार पूर्व में भी हुए हैं लेकिन ऐसी दुःखद धटना जिसमें अंगों को निर्ममता से काटा गया है यह पहली धटना है। उन्होंने करूणा और दया के साथ कहा कि सभी को सद्बुद्धि से कार्य करना चाहिए। संत समाज और देश की सम्पत्ति होते हैं। सरकार का कर्तव्य है कि वे इनकी हर तरह से सुरक्षा प्रदान करें। अंत में नो बार णमोकार मंत्र का जाप कर मुनिराज की आत्मा शीध्र ही मोक्ष को प्राप्त होवे ऐसी ही भावना के साथ श्रद्धांजलि दी।

सादर प्रकाशन हेतु 20.7.23

द्वारा — नरेश जैन प्रचार संयोजक
सकल जैन समाज, केकड़ी

विशाल रैली निकाल जिला विशेषाधिकारी महोदय को सौपा ज्ञापन

केकड़ी। सकल जैन समाज के आव्हान पर गुरुवार को केकड़ी के विविध समाजों के संगठनों , व्यापारिक एसोशिएशनो , अन्य सामाजिक एवं महिला संगठनों समाजजनों ने आचार्य कामकुमार नंदी महाराज के हत्यारों को कठोरतम दंड एवं भविष्य में जैन मुनियों को सुरक्षा देने की मांग के साथ नगर पालिका स्थित कार्यालय में जिला विशेषाधिकारी महोदय खजान सिंह आई ए एस को ज्ञापन सौंपा।
जैसा कि सर्व विदित है कि कर्नाटक के चिक्कोडी जिले के हीरेखोडी ग्रामीण इलाके में नंदी पर्वत स्थित पार्श्वनाथ जैन गुरूकुल आश्रम के प्रेरणा स्त्रोत दिगम्बर जैन संत आचार्य श्री कामकुमार नंदी जी महाराज की अपहरण कर निर्मम हत्या की गई, उनके शरीर के 9 टुकड़े करके बोरवेल में डाल दिया गया, इस हृदय विदारक घटना से पूरा भारत बहुत दुखी है और आक्रोशित भी है। इस घिनोने कृत्य की हर समाज के सभी वर्ग के लोग भर्त्सना करते हैं।
इस विषय पर आज प्रातः 8:30 बजे से 9.30 बजे मुनिराज सुश्रुत सागर महाराज के प्रवचन पश्चात चंद्रप्रभु चैत्यालय से एक विशाल रैली प्रारंभ हुई जो विधासागर मार्ग होते हुए धंटाधर सदर बाजार खिड़की गेट सरसडी गेट से बस स्टैंड होते हुए नगर पालिका पहुंच कर यहां
जिला विशेषाधिकारी महोदय खजान सिंह जी आई ए एस को ज्ञापन देते हुए यह मांग की कि विचरण कर रहे साधु संतों की सुरक्षा की जाए। एवं इस हेतु एक संरक्षण बोर्ड की स्थापना की जाएं।साथ ही केन्द्र सरकार द्वारा सभी राज्यों के अल्प संख्यक आयोगों में जैन सदस्य और जैन कल्याण बोर्ड का गठन किया जाएं।
यहां बता दें कि इस हेतु पूर्व में भी चौदह जुलाई को केकड़ी उपखंड अधिकारी महोदय विकास कूमार पंचोली को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, मुख्य मंत्री कर्नाटक एवं राजस्थान के नाम ज्ञापन सौंपा गया था।
सकल जैन समाज के आव्हान पर रैली में केकड़ी की कई समाज और संगठन शामिल हुए। सभी ने अपना पूरा समर्थन दिया है।
ज्ञापन देने एवं बाजार बंद के समर्थन में कृषि उपज मंडी अध्यक्ष शिवप्रकाश तोषनीवाल, किराणा एसोशिएशन अध्यक्ष राकेश फतेहपुरिया, रेडीमेड कपड़ा एसोशिएशन अध्यक्ष भागचंद आगीवाल, कपड़ा एसोशिएशन अध्यक्ष सुरेश चंद मांगधणा, सर्राफा एसोशिएशन अध्यक्ष कैलाश चंद सोनी, मेडिकल एसोसिएशन अध्यक्ष ज्ञानचंद जैन, आयुर्वेदिक दवा एसोशिएशन अध्यक्ष नरेश जैन सहित अन्य एसोशिएशन के पदाधिकारियों सहित विश्व हिन्दू परिषद से ज्ञानचंद शर्मा, ताराचंद नामा, हीराचंद खूंटेटा, काशीराम विजय, चंद्रप्रकाश विजय, रमेशचंद शास्त्री, नवीन चंद सोनी, हनुमान सैनी, महावीर सिंह भाटी, महावीर वैष्णव, बढ़ते कदम गौशाला से हरीश गोपलानी,…. अशोक कुमार लोढा, सुरेन्द्र धूपिया, जितेन्द्र सिंधवी, प्रोफेसर ज्ञानचंद सुराणा, अरविन्द नाहटा,नीरज लोढ़ा, जयप्रकाश सोनी, रिखबचंद धम्माणी,पारस सोनी, कैलाश चंद सोनी, भंवरलाल बज, कैलाश चंद सोनी मेवदांवाले, नरेन्द्र गदिया,वैध नंदकिशोर जैन, सुभाषचंद कटारिया, नरेश जैन, संजय कटारिया,आनंद सोनी,पवन गंगवाल,टीकमचंद जैन, शांतिलाल चौरूका, महावीर प्रसाद जैन,हेमन्त एडवोकेट, विनय कटारिया,विनय पाण्डया,मनोज पाण्ड्या, महेन्द्र पाटनी,ज्ञाता गदिया सहित सैकड़ों गणमान्य लोग मौजूद रहे। महिलाओ के विविध समूहों सहित सैकड़ों महिलाएं जुलुस में शामिल थी। अनेक बच्चों एवं बालिकाओं ने भी इस जुलुस में शामिल हो अपना योगदान दिया।
संचालन महावीर टोंग्या और पारस बज ने किया।

चंद्रप्रभु चैत्यालय में आयोजित की श्रद्धांजलि सभा
सकल जैन समाज के प्रचार मंत्री नरेश जैन ने बताया कि जुलुस समापन पर चंद्रप्रभु चैत्यालय में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। सभा में कैलाश चंद सोनी, जितेन्द्र सिंधवी, प्रोफेसर ज्ञानचंद सुराणा, भंवरलाल बज, अर्पिता कटारिया अनिता रांटा ने विचार व्यक्त किए, उन्होंने कहा कि सकल जैन समाज एक है, एकमत हैं जो आज इस आंदोलन का हिस्सा बने हैं भविष्य में होने वाली मुनियों की सुरक्षा में आपके योगदान से यदि सुरक्षा मिलती है तो आप सब भी इस पुण्यशाली कार्य में हिस्सेदार हुए। ऐसे निर्मम हत्याकांड की सभी ने एक स्वर से कड़ी निन्दा की ।

मुनिराज सुश्रुत सागर महाराज ने संबोधित किया

इसी दौरान मुनिराज सुश्रुत महाराज ने अपनी करूणामयी वाणी में कहा कि धर्म के मार्ग में सभी साधर्मी बंधुओं को एकमत हो धर्म, साधुओं, तीर्थक्षेत्रों पर आई विपत्तियों को दूर करने के लिए पुरजोर कोशिश करना चाहिए। हाल ही में जो आचार्य कामकुमार नन्दी महाराज की जो जधन्य हत्या की गई है, यह कृत्य बहुत ही निंदनीय है,इसकी जितनी भी निंदा की जाएं कम है। मुनिराज ने कहा कि अहिंसा के पुजारी जैन समाज सहित सभी वर्गों के समाज जन धर्म प्रेमी इससे व्यथित हैं। मुनिराज तो अपना समाधि मरण कर देवलोक में चले गए हैं, क्योकि साधु तो अपने पर आये अकस्मात उपसर्गों पर अपना पाप कर्मों का उदय जान निश्चित ही समाधि में लीन हो गए होंगे । मरण जिनग्रंथो में सत्तरह तरह के बताए गए हैं अतः उन्होंने तो अपना उद्धार कर लिया होगा। लेकिन ऐसा कुकृत्य क्षमा योग्य नहीं है। जैन संतों पर अत्याचार पूर्व में भी हुए हैं लेकिन ऐसी दुःखद धटना जिसमें अंगों को निर्ममता से काटा गया है यह पहली धटना है। उन्होंने करूणा और दया के साथ कहा कि सभी को सद्बुद्धि से कार्य करना चाहिए। संत समाज और देश की सम्पत्ति होते हैं। सरकार का कर्तव्य है कि वे इनकी हर तरह से सुरक्षा प्रदान करें।
अंत में नो बार णमोकार मंत्र का जाप कर मुनिराज की आत्मा शीध्र ही मोक्ष को प्राप्त होवे ऐसी ही भावना के साथ श्रद्धांजलि दी।

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