कोयला व्यापारियों के हौसले बुलंद जनता हो रही है परेशान बगरiई का है
बांदनवाड़ा 15 नवम्बर (केकड़ी पत्रिका/चन्द्र प्रकाश टेलर) कोयला व्यापारियों के हौसले बुलंद जनता हो रही है परेशान बगरiई का है मामला मात्र 70 घरों की बस्ती में लगी करीब 150 से ज्यादा अवैध कोयला भटटीया ।कोयला व्यापारियों के हौसले बुलंद जनता हो रही है परेशान बगरiई का है मामला मात्र 70 घरों की बस्ती में लगी करीब 150 से ज्यादा अवैध कोयला भटटीया ।जिसमें में गीली लकड़ी से कच्चे कोयले का बेड़ा से अवैध उत्पादन किया जा रहा है जिसकी वजह से गांव वालों का किया जीना हुआ दुश्वार।
हर तीसरे दिन बेजुबान जानवरों की हो रही है दर्दनाक मौतअब तो बच्चों को स्कूल भेजने में भी लोग डरते हैं गांव के लोग हर घर में बड़े बूढ़े बच्चों मेंआंखों की बीमारी हो रही है। सांस लेने में हो रही है दिक्कतकई बार शिकायत करने के बावजूद भी प्रशासन व नेताओं ने नहीं ली कोई शुद आखिर क्यों व्यवसाय को बढ़ावा देना चाहते हैं।

कुम्हारिया ग्राम पंचायत के बान्दनवाडा के नजदीक बगराई गाँव में प्रदूषण का संकट गहराया, पशुओं में बीमारियाँ और बच्चों पर बढ़ रहा दुष्प्रभावकुम्हारिया पचायत के बगराई। गाँव में फैले गंभीर प्रदूषण ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। ग्रामीणों के अनुसार, गाँव में लगभग 150 के करीब कोयला भट्टियाँ संचालित हो रही हैं, जिनसे निकलने वाला घना धुआँ पशुओं और बच्चों के स्वास्थ्य पर सीधा प्रभाव डाल रहा है। भट्टियाँ (चराका) गोचर भूमि पर अवैध बनी हुई हैं, जिससे धुआँ पूरे क्षेत्र में लगातार फैलता रहता है।
ग्रामीणों ने बताया कि भट्टियों के धुएँ के कारण गाय और भैंसों में बीमारियाँ तेजी से बढ़ रही हैं। कई पशुओं की मौत भी हो चुकी है, जिससे पशुपालकों को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। वहीं दूसरी ओर, गाँव के पास स्थित स्कूल में पढ़ने वाले छोटे बच्चे पूरे दिन धुएँ की चपेट में रहते हैं। बच्चों में खांसी, आंखों में जलन और सांस लेने में कठिनाई की शिकायतें बढ़ गई हैं।गाँव के लोगों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि इन कच्ची लकड़ी की भट्टियों को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए, ताकि पशुओं और बच्चों का स्वास्थ्य सुरक्षित रह सके। ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो प्रदूषण के कारण हालात और गंभीर हो सकते हैं।