बांध की चादर का उपरला हिस्सा क्षतिग्रस्त,लगातार रिसाव से ग्रामीणों में भारी आक्रोश,
सावर 24 अक्टूबर (केकड़ी पत्रिका/ हंसराज खारोल) निकटवर्ती ग्राम पंचायत गोरधा मुख्यालय के चादरखेडी के पास स्थित बिसुदनी बांध की चादर का ऊपरी हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे बांध से लगातार पानी का रिसाव हो रहा है।जानकारी के अनुसार, वर्तमान में बिसुदनी बांध लबालब भरा हुआ है, जिससे स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। इस बांध से दाईं और बाईं नहर के माध्यम से आसपास की फसलों की सिंचाई की जाती है। यदि यही स्थिति बनी रही तो बांध का आधा जल स्तर व्यर्थ बह सकता है।ग्रामीणों का आरोप है कि सिंचाई विभाग को स्थिति की सूचना कई बार देने के बावजूद अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
ग्रामीणों ने बताया कि “एक इंजन की बेल” के बराबर पानी लगातार निकल रहा है, जो बांध की मजबूती पर भी असर डाल सकता है।ग्राम पंचायत गोरधा व कुशायता के ग्रामीणों —पपिता देवी मीणा (प्रशासक), सोहनलाल मीणा, चेतन कुमार मीणा, रणजीत कुमावत, मुकेश कुमार धोबी, रसाल देवी खारोल (प्रशासक), शिवराज खारोल, कालूराम खारोल, सोजीनाथ योगी, पूर्व सरपंच गंगाराम मीणा, भवानीराम मीणा, गोपाल मीणा, ओमप्रकाश मीणा, रमेशचन्द्र सेन, भंवरलाल मीणा, मानसिंह मीणा, भागचंद मीणा, पप्पू रेगर आदि ने बताया कि विभाग को कई बार जानकारी देने के बावजूद कोई सुधार कार्य प्रारंभ नहीं किया गया।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते मिट्टी के कट्टे डालकर या मरम्मत कार्य शुरू किया जाता, तो पानी के नुकसान और संभावित खतरे से बचा जा सकता था।वर्तमान में ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है और वे बांध की तुरंत मरम्मत की मांग कर रहे हैं ताकि किसी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके। इस बारे सिचाई विभाग के कनिष्ठ अभियता कमल सिह से फोन पर जानकारी चाही तो उसने फोन नहीं उठाया गया है।