नाड़ी में सुरंग, भरनी में बह रहा जल: मरम्मत अधूरी,मनरेगा की लाखों की योजना कागजों में दबीप्रशासन बेपरवाह, ग्रामीण परेशान,जल संरक्षण प्रयासों पर फिरा पानी

केकड़ी 23 जुलाई (केकड़ी पत्रिका/दिलखुश मोटीस) गोरधा पंचायत मुख्यालय की सरकारी नर्सरी के पास बनी कुछ साल पहले की नाड़ी अब बदहाली की मार झेल रही है। बीते एक महीने से इसमें बड़ी सुरंग बन चुकी है, लेकिन पंचायत प्रशासन व जिम्मेदार अफसरों ने आंखें मूंद रखी हैं। जबकि इस नाड़ी की गाद निकालने के लिए मनरेगा से ₹13.31 लाख की योजना स्वीकृत है और वर्क कोड 8768104 के तहत 25 जून 2024 से काम शुरू हो चुका है न निरीक्षण, न कार्यवाही विकास अधिकारी के आदेश भी बेअसर ।
सूत्रों के अनुसार,
विकास अधिकारी चिरंजी लाल वर्मा ने नाड़ी में बनी सुरंग की जानकारी गोरधा पंचायत प्रशासन को समय रहते दी थी। बावजूद इसके अब तक न कोई मौके पर पहुंचा, न ही सुरंग को बंद करने की कोई पहल की गई। हालात यह हैं कि मानसून के बीच नाड़ी लगातार रिसाव और क्षरण का शिकार हो रही है।भरनी नाड़ी से 24 घंटे बह रहा पानी गेट बंद करना भूले जिम्मेदार इधर भरनी नाड़ी भी प्रशासनिक लापरवाही का शिकार बनी हुई है।

खेतों की पिलाई के लिए बनाए गए मोरी के गेट को बारिश शुरू होने के बाद से बंद ही नहीं किया गया, जिससे 24 घंटे लगातार पानी व्यर्थ बह रहा है। इससे जल संरक्षण की कोशिशें बेमानी साबित हो रही हैं।गर्मी में जल संकट तय, ग्रामीणों में गुस्सा ।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते सुरंग नहीं भरी गई और जल प्रवाह नियंत्रित नहीं हुआ, तो गर्मियों में नाड़ियाँ पूरी तरह सूख जाएंगी। इससे न केवल पशुपालन प्रभावित होगा, बल्कि संकट खड़ा हो जाएगा।
प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों ने अब प्रशासन से मांग की है कि तुरंत स्थलीय निरीक्षण कर मरम्मत कार्य शुरू करवाया जाए।
