गायत्री शक्तिपीठ के वार्षिक समारोह के तहत शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वाधान में चल रही त्रि दिवसीय प्रज्ञा पुराण की कथा का हुआ
घटियाली 14 दिसम्बर (केकड़ी पत्रिका) गायत्री शक्तिपीठ घटियाली के वार्षिक समारोह के तहत शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वाधान में चल रही त्रि दिवसीय प्रज्ञा पुराण की कथा का समापन रविवार को पंचकुंडीय गायत्री महायज्ञ से हुआ ।
शनिवार को प्रज्ञा पुराण की कथा में दीपक के माध्यम से जीवन जीने की कला को समझाते हुए लोकेश नारायण शर्मा ने कहा कि व्यक्ति को उपासना भगवान की साधना अपने आप की एवं आराधना समाज की करना चाहिए रविवार को पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ जहाजपुर शक्तिपीठ के प्रतिनिधि दिनेश उपाध्याय एवं राधेश्याम पंचोली तथा भगवान पंचोली ने करवाया ।

इस अवसर पर सबके उज्जवल भविष्य के लिए सद्बुद्धि की प्रार्थना करते हुए गायत्री महामंत्र की एवं सबके अरिष्ट निवारण के लिए महामृत्युंजय मंत्र की, गणेश गायत्री मंत्र महालक्ष्मी की महाकाल की आहुतियां दिलवाई गई। सत्संकल्प का पाठ श्रुति शर्मा ने करवाया ।मुख्य कुंड पर देवेंद्र चास्टा सपत्नी आहुतियां दी। दीपक सोनी,महावीर जांगिड़, विनोद शर्मा, ओमप्रकाश चासस्टा, भंवर लाल शर्मा, हर्षित चास्टा सहित कई परिजन एवं माता बहिनों ने भाग लिया।

इस अवसर पर श्याम शर्मा,राजू शर्मा, दीपक सोनी, के के शर्मा को गायत्री महामंत्र की गुरु दीक्षा ग्रहण की एवं आरती जांगिड़ का पुंसवन संस्कार करवाया गया ।अंत में शांति पाठ एवं प्रसाद वितरण के बाद राधेश्याम जोशी ने सबको धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया।
- कार्तिक शर्मा की रिपोर्ट