रेप के आरोपी का सुसाइड ड्रामा, फेल बनास नदी से नहीं अजमेर रेलवे स्टेशन से जिदा पकडा गया
- पुलिया पर सुसाइड नोट रखकर गायब हुआ था युवक तीन दिन से चल रही थी तलाश,
सावर 07 दिसम्बर (केकड़ी पत्रिका/ हंसराज खारोल) बनास नदी पुलिया पर आत्महत्या का नाटक रचने वाला युवक रामलाल_ उर्फ कालूराम आखिरकार अजमेर रेलवे स्टेशन से जिंदा पकड़ लिया गया। उसने सुसाइड नोट और मोटरसाइकिल छोड़कर पुलिस, एसडीआरएफ और प्रशासन को तीन दिनों तक तलाशी अभियान चलाने पर मजबूर किया था। जीआरपी ने तकनीकी ट्रेसिंग और मुखबिरों की सूचना के आधार पर उसे हिरासत में लिया।
यह मामला 3 दिसंबर को तब सामने आया जब अजमेर नियंत्रण कक्ष को सूचना मिली कि स्टेट हाईवे-26 स्थित बनास नदी पुलिया से एक युवक ने छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली है। मौके पर पहुंची पुलिस को एक सुसाइड नोट, तीन आधार कार्ड की फोटोकॉपी, एक पासपोर्ट साइज फोटो और बाइक मिली। कागजों से युवक की पहचान रामलाल बेटा धन्ना रेगर, निवासी भीमपुरा (भीलवाड़ा) के रूप में हुई।पुलिस ने जब सूचना तंत्र सक्रिय किया तो पता चला कि रामलाल के खिलाफ जहाजपुर थाने में बलात्कार का एक गंभीर मामला दर्ज है। यहीं से पुलिस को पुख्ता आशंका हुई कि यह आत्महत्या का मामला नहीं, बल्कि कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए रचा गया एक नाटक है।

6 दिसंबर को तकनीकी टीम को रामलाल के दिल्ली-साबरमती आश्रम एक्सप्रेस में यात्रा करने का इनपुट मिला। सावर थाना पुलिस तुरंत अजमेर पहुंची और जीआरपी अजमेर की मदद से उसे रेलवे स्टेशन पर पकड़ लिया। *पूछताछ में कबूला आत्महत्या का नाटक* पूछताछ में रामलाल ने कबूल किया कि उसने अपने खिलाफ दर्ज बलात्कार के मुकदमे से बचने के लिए यह पूरा आत्महत्या का नाटक रचा था। उसने नदी में कूदने का भ्रम पैदा करने के लिए अपनी बाइक, फोटो, आधार कार्ड की प्रतियां और सुसाइड नोट पुलिया पर छोड़े थे।
पुलिस ने उसे भारतीय न्याय संहिता की धारा 170 के तहत गिरफ्तार कर लिया है और उसके परिजनों को सूचित कर दिया गया है। आगे की जांच जारी है।इस कार्रवाई में सावर थानाधिकारी राधेश्याम चौधरी, कॉन्स्टेबल भंवरलाल, शिवप्रकाश, मुकेश और घनश्याम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।