दिगंबर जैन समाज ने किया मसूदा विधायक वीरेंद्र सिंह कानावत का स्वागत- सड़क सुधार व विकास कार्यों के लिए जताया आभार
बिजयनगर 03 दिसम्बर (केकड़ी पत्रिका/ तरनदीप सिंह) संजयनगर रोड स्थित श्री शांतिनाथ जिनालय में 3 दिसंबर, बुधवार को श्री दिगंबर जैन समाज द्वारा मसूदा विधायक वीरेंद्र सिंह कानावत का अल्प प्रवास के दौरान भव्य स्वागत किया गया। विधायक महोदय ने सर्वप्रथम भगवान शांतिनाथ के दर्शन किए, मंदिर परिसर का अवलोकन किया तथा साफ-सफाई व व्यवस्थाओं की सराहना की। उनके साथ ही भाजपा मंडल अध्यक्ष अमित मोदी एवं पार्षद लोकेश पीपाड़ा का भी समाज की ओर से पारंपरिक रीति से तिलक, माला, साफा एवं शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया गया।दिगंबर जैन समाज के अध्यक्ष सुनील कोठारी ने बताया कि पूर्व में समाज द्वारा विधायक को संजयनगर रोड की खस्ताहाल स्थिति से अवगत कराया था।
सड़क लंबे समय से क्षतिग्रस्त थी, जगह-जगह गड्ढे होने से राहगीरों को भारी परेशानी के साथ ही रात में अंधेरे के कारण दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता था। अक्षत जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि इसी मार्ग पर स्थित जिनालय में प्रतिदिन श्रद्धालु, धर्मावलंबी एवं संत-मुनि का आना जाना रहता हैं। समाज़़न की समस्या सुनते ही विधायक श्री कानावत ने त्वरित कार्यवाही करते हुए मात्र तीन-चार दिनों में पूरी सड़क का पुनर्निर्माण कराया जिससे क्षेत्रवासियों एवं समाजजनों में हर्ष का माहौल बना।
उन्होंने पूरा मार्ग स्ट्रीट लाइट से रोशन करवाने का आश्वासन भी दिया ताकि भविष्य में कोई असुविधा न हो।विधायक महोदय ने उपस्थित समाजजनों को आश्वासन दिया कि आगे भी समाजहित से जुड़े किसी भी कार्य या प्रस्ताव को प्राथमिकता के साथ पूरा करवाया जाएगा। कार्यक्रम के अंत में समाज की ओर से विधायक का आभार व्यक्त करते हुए उनके कार्यों की प्रशंसा की गई और यह विश्वास जताया गया कि विकास की यह गति आगे भी निरंतर जारी रहेगी।विजयनगर दिगंबर जैन समाज के लिए यह क्षण गौरवपूर्ण एवं उत्साह से भरपूर रहा, जहां श्रद्धा, स्वागत और विकास का संगम देखने को मिला।
इस दौरान सकल दिगंबर जैन समाज के अध्यक्ष सुनील कोठारी, श्री शांतिनाथ जिनालय मंदिर अध्यक्ष सुभाष कासलीवाल,मंत्री धनराज गदिया,कोषाध्यक्ष संजय पाटनी, श्री चंद्रप्रभु संस्थान अध्यक्ष महेंद्र गोधा, मंत्री सुख माल अजमेरा, कोषाध्यक्ष पवन गोधा, महावीर गोधा, राजेश बड़जात्या,जैन प्रगति ग्रुप के अध्यक्ष कमल पाटोदी सहित स्थानीय समाज के पुरुष वर्ग उपस्थित थे।