बिसुदनी बांध की नहर शनिवार को खोलने का प्रस्ताव पारित, नहर की सफाई के लिए बजट के अभाव में किसानों का हंगामा
कुशायता,29 नवम्बर (केकड़ी पत्रिका/हंसराज खारोल) ग्राम पंचायत कुशायता क्षेत्र के बिसुदनी गाँव में शुक्रवार सुबह 10:30 बजे धार्मिक तालाब के पास आंगनबाड़ी केंद्र बिसुदनी द्वितीय पर बिसुदनी बांध जल वितरण समिति की विशाल बैठक आयोजित हुई।

बैठक में बिसुदनी बांध की दाईं एवं बाईं मुख्य नहर को 29 नवम्बर 2025, शनिवार को सुबह 11:15 बजे बालाजी महाराज की पूजा-अर्चना के बाद खोलने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया। बिसुदनी बांध की नहरों की सफाई के लिए बजट उपलब्ध नहीं होने पर ग्रामीणों ने जबरदस्त हंगामा किया। विशेष रूप से बिसुदनी बांध की दाईं नहर के टेल क्षेत्र की सफाई न होने पर किसानों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को घेरते हुए कड़ा विरोध दर्ज कराया।
बैठक में लिया निर्णय
सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता राजेश मीणा एवं कनिष्ठ अभियंता कमल सिंह ने बताया कि शुक्रवार को बिसुदनी बांध का गेज 3.25 मीटर तथा 1375.7 यूनिट स्टोरेज दर्ज किया गया है।नहर खोलने का शेड्यूल तय बैठक में यह निर्णय लिया गया—प्रथम पाण: 29 नवम्बर 2025 से 20 दिसम्बर 2025द्वितीय पाण: 1 जनवरी 2026 से 20 जनवरी 2026तृतीय पाण: 15 फरवरी 2026 से 25 फरवरी 2026 चतुर्थ पाण: जल उपलब्धता और किसानों की मांग के आधार परनहरें 24 घंटे खुली रहेंगी, तथा पानी की देखरेख की जिम्मेदारी—दाईं नहर: लक्ष्मण मीणा, अध्यक्ष, जल वितरण समितिबाईं नहर: गोपाल बलाई, अध्यक्ष, जल वितरण समिति के पास रहेगी। दोनों नहरों की चाबियाँ भी इन्हीं को सौंपी गईं।

मत्स्य विभाग पर सख्त निगरानी के निर्देश
मत्स्य विभाग के संवेदक को स्टोरेज गेज तक पानी उपलब्ध रहने तक संचालन की अनुमति दी गई है। यदि संवेदक द्वारा किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पाई जाती है तो जल वितरण समिति द्वारा सावर थाने में मामला दर्ज कराया जाएगा।नहर तोड़ने या अवैध रूप से पानी बहाने वालों के खिलाफ भी सिंचाई अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।
भीलवाड़ा में अवैध सिंचाई पर कार्रवाई के निर्देश
बैठक में बताया गया कि बिसुदनी बांध का पानी भीलवाड़ा जिले के देवपुरी, लसाडिया, बचखेड़ा आदि क्षेत्रों में अवैध रूप से पंप सेट लगाकर चोरी किया जा रहा है। समिति ने इसे गंभीर बताते हुए कहा कि इस संबंध में सावर थाने में शीघ्र ही मामला दर्ज कराया जाएगा, जिससे अवैध सिंचाई पर रोक लग सके।टेल क्षेत्र की दुर्दशा पर किसानों का बढ़ा आक्रोशदाईं मुख्य नहर के टेल क्षेत्र में अब तक सफाई नहीं होने, नहर में मिट्टी भरी रहने तथा कई जगह नहर के क्षतिग्रस्त होने से किसानों में भारी आक्रोश देखा गया।मदन खारोल, किसान, कुशायता ने कहा—“दाईं नहर के टेल क्षेत्र की सफाई बिल्कुल नहीं हुई है, इससे अंतिम छोर के खेतों तक पानी नहीं पहुँचेगा।”रामदेव जाट, किसान, कुशायता ने बताया—“गोरधा क्षेत्र के पास नहर की सफाई जल वितरण समिति द्वारा करा दी गई है, लेकिन टेल क्षेत्र में सफाई नहीं हुई। कई जगह नहर क्षतिग्रस्त पड़ी है, जिससे किसानों में रोष बढ़ रहा है।”
लाभान्वित होने वाले गांव
बिसुदनी बांध से कुशायता, बिसुदनी, उमेदपुरा, सावर, बनेडिया, किशनपुरा, कुशायता का झोपड़ा, सूरजपुरा, कीडवा का झोपड़ा, चिकिलिया, लोधा का झोपड़ा, गोरधा, चादरखेड़ी आदि गांवों की फसलों की सिंचाई होती है।—अधिकारियों एवं ग्रामीणों की मौजूदगीबैठक में सहायक अभियंता राजेश मीणा, कनिष्ठ अभियंता कमल सिंह, रविंद्र सिंह शक्तावत बिसुदनी गढ वाले, गिरदावर सत्यनारायण मीणा, पटवारी मुकेश बैरवा, दाईं नहर अध्यक्ष लक्ष्मण मीणा, बाईं नहर अध्यक्ष गोपाल बलाई, भीम सिंह शक्तावत, कालूराम खारोल, मदन खारोल, घीसालाल खारोल, सम्पत धोबी, सोहन मीणा, रमेश्वर माली, मुकेश माली, भंवर खारोल, रामदेव जाट, सुनील कहार, जगदीश मीणा, चीता, लाला राम धोबी सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे|
पिपलाज बांध नाहर सागर की 6 दिसम्बर को खोली जाएगी नह रग्राम पंचायत पिपलाज मुख्यालय के नाहर सागर बांध की शुकवार को बेठक का आयोजन किया गया गया जिसमें 6 दिसम्बर 2026 को नहर खोलने खा प्रस्ताव पारित किया गया गया।