संवैधानिक मूल्य और प्रस्तावना: भारत के लिए एक मार्गदर्शक प्रकाश थीम पर आधारित वेबिनार का आयोजन
बिजयनगर 26 नवम्बर (केकड़ी पत्रिका/तरनदीप सिंह) श्री प्राज्ञ महाविद्यालय, बिजयनगर में 26 नवंबर को भारतीय संविधान दिवस के अवसर पर एक विशेष वेबिनार का आयोजन किया गया। इस वेबिनार का विषय “संवैधानिक मूल्य और प्रस्तावनाः भारत के लिए एक मार्गदर्शक प्रकाश” था, जो संविधान के मूल्यों और आदर्शों को समझने और उनके महत्व को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया।
वेबिनार की मुख्य वक्ता, निधि अरोड़ा, जो कि टोंक (राजस्थान) स्थित बनस्थली विद्यापीठ के वैधानिक अध्ययन विभाग की सहायक प्रवक्ता हैं, ने भारतीय संविधान की प्रस्तावना और इसके आदर्शों पर गहन चर्चा की। उन्होंने बताया कि भारतीय संविधान न केवल एक कानूनी दस्तावेज है, बल्कि यह हमारे समाज, संस्कृति और राजनीतिक जीवन का आधार भी है। संविधान की प्रस्तावना में निहित मूल्यों जैसे समता, स्वतंत्रता, न्याय, और बंधुत्व को राष्ट्र निर्माण के मूल स्तंभ के रूप में प्रस्तुत किया गया है।
कार्यक्रम में 100 विद्यार्थियों एवं शिक्षकों ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों को संविधान के सिद्धांतों, मानवाधिकारों, और उनके कर्तव्यों के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त हुई। ‘साथ ही, उन्हें संविधान के माध्यम से समाज में समानता और न्याय सुनिश्चित करने के महत्वपूर्ण पहलुओं को समझने का अवसर मिला। वेबिनार के दौरान प्राचार्या डॉ. दुर्गा कंवर मेवाड़ा ने संविधान दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, “संविधान दिवस का उद्देश्य भारतीय संविधान के मूल्यों और आदर्शों को समाज में जागरूकता के साथ फैलाना है। यह हम सभी का कर्तव्य है कि हम संविधान द्वारा प्रदान किए गए अधिकारों का सम्मान करें और साथ ही अपने कर्तव्यों का पालन करें।”