अवैध क्लीनिक पर शिकंजा : 17 साल से चल रहा झोलाछाप डॉक्टर का क्लीनिक सील
- महिला की तबीयत बिगड़ने के बाद चिकित्सा विभाग की कार्रवाई
सावर 17 नवम्बर ( केकड़ी पत्रिका/ हंसराज खारोल) उपखंड के ग्राम नापाखेड़ा में सोमवार दोपहर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लंबे समय से संचालित एक अवैध झोलाछाप क्लीनिक को सील कर दिया। कार्रवाई उस समय की गई जब चार दिन पहले बुखार से पीड़ित सीमा देवी पत्नी भंवरलाल रेगर की तबीयत क्लीनिक में इलाज के दौरान गंभीर रूप से बिगड़ गई थी।
परिजनों के अनुसार सीमा देवी को तेज बुखार था, जिसके बाद उन्हें कस्बे में पाबूजी मंदिर के सामने चल रहे अवैध क्लीनिक पर ले जाया गया। यहां स्वयं को बंगाली डॉक्टर बताने वाले व्यक्ति ने महिला को ड्रिप लगाई, लेकिन इलाज के दौरान उनकी हालत बिगड़ने लगी। उसी शाम महिला के ड्रिप लगे हाथ तथा शरीर पर फफोले पड़ने शुरू हो गए।
मामले की शिकायत स्वास्थ्य विभाग तक पहुंचने पर सावर बी सी एम ओ डॉ. राजेश गुप्ता अपनी टीम के साथ नापाखेड़ा पहुंचे और मौके पर जांच की। टीम में शामिल डॉ. भंवर लाल यादव (राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, नापाखेड़ा) ने क्लीनिक में रखी दवाइयों और उपकरणों की जांच की। पूछताछ के दौरान कथित बंगाली डॉक्टर संतोषजनक जवाब देने में असफल रहा, जिसके बाद टीम ने क्लीनिक को तत्काल सील कर दिया।

इसी प्रकार झोलाछाप डॉक्टर दुकान कुशायता, बिसूदणी, गोरधा, पिपलाज, मैहरूकला, सदारा, आमली सहित आसपास के कई गांवों में वर्षों से अवैध क्लीनिक चलाते आ रहे हैं। ग्रामीणों ने इस प्रकार की अवैध चिकित्सकीय गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।