एक वर्ष से नहीं मिला वेतन,जल जीवन मिशन के संविदा कर्मचारी दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर
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कुशायता 05 नवंबर (केकड़ी पत्रिका हंसराज खारोल) जल जीवन मिशन योजना के तहत ग्राम पंचायत कुशायता, गोरधा, पिपलाज, सदारा, कालेडा कंवर जी और आलोली में कार्यरत जलदाय विभाग के संविदा कर्मचारियों को पिछले 12 माह से वेतन नहीं मिलने के कारण वे आर्थिक संकट में फंसे हुए हैं।
अक्टूबर 2024 से अब तक भुगतान नहीं होने के कारण कर्मचारी परिवार के भरण-पोषण के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं।कर्मचारियों का कहना है कि वे प्रतिदिन गांवों में पेयजल व्यवस्था सुचारू रखने में लगे रहते हैं, लेकिन पंचायत प्रशासन की लापरवाही के कारण अब तक एक साल का वेतन जारी नहीं हुआ।
पंचायत खातों में लाखों जमा, फिर भी रोक रखा भुगतान
जल जीवन मिशन योजना के तहत प्रत्येक नल कनेक्शन उपभोक्ता से 2100 से लेकर ₹2500–₹3000 तक की राशि वसूली गई है। इसके बावजूद पंचायतों के खातों में लाखों रुपये जमा हैं, जबकि कर्मचारियों को उनका मेहनताना तक नहीं मिला।ग्राम पंचायत कुशायता के हंसराज खारोल, पिपलाज के मुकेश कुमार कुमावत, गोरधा के रामनिवास मीणा, और आलोली के नाथूराम कुमावत, सदारा किशन गुजर कालेडा कंवर जी मीठू लाल बैरवा ने बताया कि उन्होंने कई बार विभागीय अधिकारियों और पंचायत प्रशासन से भुगतान की मांग की, लेकिन हर बार टाल-मटोल किया गया।
दो बार सौंपा ज्ञापन, फिर भी नहीं हुई सुनवाई
कर्मचारियों ने बताया कि इस संबंध में अतिरिक्त जिला कलेक्टर, केकड़ी चंद्रशेखर भंडारी को दो बार ज्ञापन सौंपा गया, परंतु अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। कर्मचारियों का कहना है कि विभाग और सरकार कुंभकरण की नींद सोए हुए हैं, जिससे उन्हें भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है।सीताराम वैष्णव, संघ अध्यक्ष (जलदाय कर्मचारी संघ, केकड़ी) ने बताया कि गाइडलाइन के अभाव में पूरे क्षेत्र के संविदा कर्मचारियों का भुगतान अटका हुआ है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो कर्मचारी आंदोलन करने को विवश होंगे।