गोरधा से चिकलिया मार्ग पर क्षतिग्रस्त रपट बन सकती है हादसे का कारण,विभाग मौन
कुशायता 25 अक्टूबर (केकड़ी पत्रिका/हंसराज खारोल) निकटवर्ती ग्राम पंचायत गोरधा मुख्यालय से चिकलिया जाने वाले मार्ग पर बनी रपट (छोटा पुल) एक ओर से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। करीब डेढ़ माह पूर्व हुई तेज बारिश और बिसुदनी बांध की तेज चादर चलने के कारण यह क्षति हुई। अब यह रपट किसी भी समय गंभीर दुर्घटना का कारण बन सकती है, बावजूद इसके सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) की ओर से अब तक कोई मरम्मत कार्य नहीं किया गया है।
ग्रामीणों गोपाल मीणा, भवानीराम मीणा, सोहन मीणा, पूर्व सरपंच गंगाराम मीणा, रमेश सेन, ओमप्रकाश मीणा, रवि वैष्णव, हेमराज दरोगा, रामेश्वर दरोगा, सांवरा मीणा, मेवालाल मीणा, शिवराज मीणा और समाजसेवी चेतन मीणा ने बताया कि विभाग को स्थिति की सूचना समय रहते दी जा चुकी है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है।ग्राम पंचायत गोरधा की प्रशासक पपिता देवी मीणा ने भी बताया कि गोरधा-चिकलिया के अलावा पिपलाज और किशनपुरा-मेहरूकला मार्गों की रपटें भी हाल ही में हुई बारिश से क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं।उन्होंने कहा, “पिपलाज बांध की तेज चादर से चिकलिया पिपलाज मार्ग की रपट पूरी तरह टूट चुकी है।

इसी तरह बिसुदनी से किशनपुरा-मेहरूकला जाने वाला मार्ग भी बुरी तरह प्रभावित है।”ग्रामीणों का कहना है कि इन रास्तों की दुर्दशा के कारण आवागमन में भारी कठिनाइयाँ झेलनी पड़ रही हैं।छात्रों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों के लिए ये मार्ग जानलेवा साबित हो रहे हैं।ग्रामीणों ने सार्वजनिक निर्माण विभाग से तुरंत मरम्मत कार्य शुरू करने की मांग की है, ताकि किसी बड़े हादसे से बचा जा सके।
इनका कहना है
इस संबंध में सार्वजनिक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता सावर, अजीत सिंह ने बताया कि “गोरधा से चिकलिया, चिकलिया से पिपलाज, बिसुदनी से किशनपुरा और कीडवा का झोपड़ा से चिकलिया जाने वाली सड़कों की क्षतिग्रस्त रपटों की जानकारी विभाग को मिल चुकी है। प्रस्ताव बनाकर जयपुर भेज दिया गया है। स्वीकृति मिलते ही मरम्मत कार्य शुरू कर दिया जाएगा।”