संतान को माँ,बाप को कभी नहीं भुलना चाहिए- साध्वी जयमाला जी

बिजयनगर 04 अक्टूबर( केकड़ी पत्रिका/तरनदीप सिंह) वैष्णव बैरागी सेवा संस्था के तत्वाधान चल रहे संगीतमय ‘नानी बाई रो मायरो’ कथा के दुसरे दिन कथा वाचन साध्वी जयमाला वैष्णव ने भक्त श्री नरसी जी व नानी बाई का मायरा की चिट्टी प्रसंग का विस्तृत वर्णन किया।कथा वाचक साध्वी जयमाला जी ने कथा मे बताया कि परमात्मा के पास जाने के लिए गुरु जी से मिलना पडता है, एवं घर मे सुख समृद्धि के लिए घर के सभी सदस्यों को तिलक लगाना चाहिए व बहू को सुसराल मे बेटी बन के रहना चाहिए, सास को माँ व सुसर को अपना पिता समझना चाहिए, इसके लिए बोली मीठी बोलना पडता है, घर मे सास, सुसर होने के कई फायदे है, आज के समय मे संतान की वजह से बुजुर्ग माता पिता बहुत दुखी है, माँ ने जिस बच्चे को दुध पिलाया है व पिता जिसने अपनी अंगुली पकडकर बच्चे को चलना सिखाया है वे अपने माँ बाप को भुल रहे है, एक माँ बर्तन साफ करके चार बच्चों को पाल सकती है, परन्तु चारों संताने एक माँ बाप को रोटी नहीं दे पारहे है।
संतान को माँ बाप को कभी नहीं भूलना चाहिए। कथा मे श्री घनश्याम दास जी महाराज आगूंचा वाले का सानिध्य रहा व कथा स्थल पर मसूदा विधायक वीरेंद्र सिंह कानावत ने पहुंच कर साध्वी श्री जयमाला जी वैष्णव का आशीर्वाद लिया एवं मौजूद सभी को श्री नानी बाई का मायरा कथा का श्रवण कर अपने जीवन मे अपनाकर, सनातन धर्म को आगे बढाने की बात कही। वैष्णव बैरागी सेवा संस्था के अध्यक्ष महावीर वैष्णव, पार्षद मनीष वैष्णव, शिवराज वैष्णव, सहित सभी पदाधिकारियों व महिला मंडल ने विधायक वीरेंद्र सिंह कानावत व एसडीएम दीपशिखा एवं तहसीलदार रामकिशोर जांगिड़, भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष श्रीराम जाट, पार्षद महेश रांका का स्वागत सम्मान किया गया। कथा मे वैष्णव समाज के पदाधिकारियों, शहरवासी, सहित बडी संख्या में महिलाऐ मौजूद थी।