राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्ष पूर्ण होने पर बांदनवाड़ा मंडल के तत्वाधान में होगा आयोजन

- तेजा चौक स्थित विजयदशमी उत्सव व शस्त्र पूजन का होगा आयोजन।
बांदनवाड़ा 30 सितम्बर (केकड़ी पत्रिका चंद्र प्रकाश टेलर ) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी कि भारत की वो रीड की हड्डी हमारे देश धर्म का वो कवच जिसके होते हुए सनातनियों का कोई बाल भी बांका नहीं कर पाया उसी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्ष पूर्ण पूर्ण होने जा रहे है।
राष्ट्राय स्वाहा : इदम राष्ट्राय ,इदम नमामि: यह जो कुछ भी हमारे मन वचन कर्म से जो कार्य कर रहे हैं वह राष्ट्र के लिए समर्पित है हमारे देश के लिए समर्पित है RSS वो संगठन जिसने सदैव से हिंदुओं के लिए समाज के लिए राष्ट्र के एक नई दिशा दिखाई वो राष्ट्रीय स्वयं संघ जिसमें भारत को विश्व गुरु के रूप में प्रतिष्ठित करने के लिए अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के एक-एक प्रचारक ने राष्ट्र धर्म समाज के लिए अपने पूरे जीवन का परित्याग करके केवल और केवल संघ को ही नई दिशा देने के लिए कार्य किया राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने यह सिखाया कि केवल भगवाधारी ही महात्मा नहीं होते क्योंकि वो यह बात मानते हैं कि उनका जन्म भगवा पहने के लिए नहीं बल्कि पूरी दुनिया को भगवा पहनाने के लिए हुआ है ।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक परम पूज्य डॉ.के.बी. हेडगेवार जी के स्वप्न को संघ के प्रचारक जिस प्रकार से प्रचार करते हुए अपने जीवन को राष्ट्र के लिए आहूत कर रहे हैं वास्तविकता में अगर हम सदैव से उनकी पूजा भी करें उनकी आरती और अर्चना भी कर तो भी हम उन प्राचारको का शायद ऋण भी नहीं चुका पाएंगे।