राधाकृष्णन शिक्षक संघ का जिला सम्मेलन किशनगढ़ में हुआ सम्पन्न

- विद्यालयी वातावरण हो तनावमुक्त,नित नए आदेशो से बना भय का माहौल-सोनी
बिजयनगर 26 सितम्बर (केकड़ी पत्रिका/ तरनदीप सिंह) राज्य सरकार और शिक्षा विभाग द्वारा नित नए और विरोधाभासी आदेशों से विद्यालय वातावरण अब तनाव पूर्ण हो गया है राज्य सरकार एक तरफ क्षमता से अधिक कार्य बोझ और बिना संसाधन जुटाए दिए जाने वाले आदेशों से शिक्षक विद्यालयो में मानसिक रूप से तनावग्रस्त होकर अपना कार्य करने के लिए मजबूर हो रहा है ।
एक तरफ सरकार के शिक्षा मंत्री विद्यालय में मोबाइल नहीं ले जाने का आदेश देते हैं वहीं दूसरी ओर विद्यालय में अध्यापक उपस्थित,छात्र उपस्थित,एमडीएम इंद्राज,शाला दर्पण, परीक्षा, खेल महोत्सव,एक पेड़ मां के नाम, डीबीटी, जियोटेग, विभिन्न खेल गतिविधियां ,शनिवारिय कार्यक्रम जैसे अनगिनत कार्य मोबाइल के माध्यम से हाथों-हाथ अपलोड करवा कर फोटो सहित मंगवाने से शिक्षकों में असमंजस ओर भय का वातावरण बना हुआ रहता है।शिक्षा अधिकारी भी विद्यालय समय पूरा होने के पश्चात कई प्रकार की सूचनाए एकत्र करने का कार्य करते हैं जबकि अधिकारियों को भली-भांति ध्यान में है कि विद्यालय समय समाप्त होने पर सभी शिक्षक घर चले जाते हैं और विद्यालय संबंधी सारा रिकॉर्ड विद्यालय में रहता है ।राज्य के कई सारे विद्यालय ऐसे हैं जिनमें मंत्रालयिक कर्मचारी और कंप्यूटर अनुदेशक की नियुक्ति नहीं है ऐसे में सभी जरूरी कार्य शिक्षकों को ही पूरे करने होते हैं इससे प्रभारी शिक्षक मानसिक तनाव में रहने लग गए हैं।

किशनगढ़ के के डी जैन स्कूल के सभागार में राजस्थान शिक्षक संघ राधाकृष्णन एवं राधाकृष्णन शिक्षिका सेना के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित शैक्षिक सम्मेलन में उक्त विचार संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विजय सोनी ने रखें विजय सोनी ने भर्ती परीक्षा में अध्यापकों की ड्यूटी, बीएलओ कार्य जैसे कई गैर शैक्षणिक कार्य गिनवाते हुए सरकार से अनुरोध किया कि वह शिक्षकों को शैक्षणिक कार्य ही करने दे उसके पश्चात ही सत्रांक और सत्रांक के बिना प्राप्तांकों का अवलोकन कर शिक्षकों को जिम्मेदार ठहराएं।
सोनी ने शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए सरकार से आग्रह किया है कि शीघ्र इन समस्याओं पर सकारात्मक रूप रखते हुए विद्यालय वातावरण को तनाव मुक्त और शिक्षकों को मानसिक रोगी बनाने से बचने के लिए इन आदेश और निर्देशों में समरूपता रखते हुए उनका व्यावहारिक बनाएं और संसाधनों के आधार पर शिक्षकों से अपेक्षाएं रखें।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हिम्मत सिंह शेखावत मुख्य सचेतक नगर निगम किशनगढ़ ने संबोधित करते हुए शिक्षकों की वाजिब मांगों को सरकार तक एवं केंद्रीय मंत्री भागीरथ जी चौधरी और शिक्षा मंत्री मदन जी दिलावर तक शिक्षकों के समस्या पहुंचाने का वादा किया।
सम्मेलन को प्रदेश सह संयोजिका सरोज कुमावत और जिला संयोजिका सलमा खान ओर प्रेरणा सनाढय ने भी संबोधित किया। जिला सम्मेलन में विभिन्न वक्ताओं के रूप में केकड़ी जिला अध्यक्ष शिव प्रकाश पुरोहित, उप शाखा अध्यक्ष विजयनगर विजय सिंह रासलोत उपशाखा अध्यक्ष भिनाय ओमप्रकाश ओझा प्रदेश महामंत्री अमिताभ सनाढय ने भी संबोधित किया।
विजयनगर भिनाय शाखा के धीरज सिंह चौहान,अनिल शर्मा,जावेद अली,अब्दुल रब मंसूरी,दशरथ पूरी,शंकर लाल पारीक, भरत वीर , चंद्र प्रकाश सुराना,शिव नारायण, आबिद अली,सतबीर टांक, सलीम मंसूरी, देवीलाल खाती ,अशोक गर्ग ,शिक्षिका मंजु झांकल, टीना शर्मा,कैलाश शर्मा, पुष्पा शर्मा,विनीता मेहता सहित सैकड़ों शिक्षकों ने इस सम्मेलन में भाग लिया और कार्यक्रम में सफल योगदान रहा।