अरांई में बारावफ़ात का जुलूस, नातख़्वानी और दुआओं से गूंजा माहौल

अरांई 05 सितम्बर (केकड़ी पत्रिका/ संजीव पाराशर) पैग़म्बर-ए-इस्लाम हज़रत मोहम्मद के यौमे-विलादत ईद मिलादुन्नबी (बारावफ़ात) के मौके पर जुमे के दिन मुस्लिम बिरादरी की जानिब से बड़े ही जज़्बे और अकीदत के साथ जुलूस-ए-मोहम्मदी निकाला गया। जुलूस का आग़ाज़ पावर हाउस चौराहा से हुआ, जिसमें बड़ी तादाद में पुरुष, महिलाएं और नौजवान शामिल हुए। इस दौरान बच्चों और बुज़ुर्गों ने झंडे थामे मोहम्मद की शान में नातख़्वानी की और सलाम पेश किया। नातख़्वानी और दरूद-ओ-सलाम की सदाओं से माहौल ख़ुशगवार रहा।
जुलूस किशनगढ़ रोड, बस स्टैंड और सदर बाज़ार से होता हुआ मस्जिद तक पहुँचा। रास्ते में सरपंच रामस्वरूप नायक, महेंद्र भामू, शिवराज चुरनिया, त्रिलोक गौड़, सुभाष माली सहित ग्रामीणों ने फूल बरसाकर जुलूस का इस्तक़बाल किया। कई जगहों पर सबील का इंतेज़ाम किया और शरबत व पानी तक़सीम किया। पूरा माहौल नात, दरूद-ओ-सलाम से सराबोर हो गया।
मस्जिद में पहुँचकर ख़ास दुआ का एहतिमाम किया गया। इमाम मोहम्मद अलीमुद्दीन ने मुल्क की सलामती, अमन-ओ-आमान और भाईचारे की दुआ मांगी। उन्होंने ईद मिलादुन्नबी की फ़ज़ीलत बयान करते हुए कहा कि हज़रत मोहम्मद ने इंसानियत को मोहब्बत, रहमत और इंसाफ़ का पैग़ाम दिया।
इस मौक़े पर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अल्पसंख्यक विभाग रसीद मोहम्मद भोगादीत ने सदर दाऊद शाह समेत बुज़ुर्गों का इस्तक़बाल किया। जुलूस के दौरान पुलिस इंतेज़ामात भी क़ाबिले-गौर रहे। थाना इंचार्ज भोपाल सिंह ख़ुद दस्ते के साथ मौजूद रहे और अमन-ओ-क़ानून की सूरत-ए-हाल पर नज़र रखी। मुस्लिम समाज के लोगों ने एसएचओ भोपाल सिंह को साफ़ा और फूलों की माला पहनाकर ख़ैरमक़दम किया।
घर-घर में औरतों और बच्चों ने दरूद शरीफ़ और कुरआन की तिलावत की। बच्चों को मोहम्मद साहब के जीवन से जुड़े किस्से सुनाए। बच्चों ने नातें पढ़ीं और घरों को रोशनियों से सजाकर जश्न-ए-मिलाद की खुशी जाहिर की। इस दौरान सदर दाऊद शाह, मजीद खान, शाहरुख खान, जिलानी कुरेशी सहित समाज के लोग मौजूद रहे।