एम एल डी केकड़ी में 69 वीं जिला स्तरीय तीरंदाजी प्रतियोगिता का हुआ भव्य शुभारंभ

केकड़ी 05 सितम्बर (केकड़ी पत्रिका/अम्बा लाल गुर्जर) शहर के श्री मिश्रीलाल दुबे उच्च माध्यमिक अकादमी केकड़ी के संयोजन में एम एल डी कॉलेज केकड़ी के खेल मैदान में गुरुवार 04 सितम्बर को 69वीं जिला स्तरीय तीरंदाजी 14 वर्ष आयु वर्ग छात्र छात्रा खेलकूद प्रतियोगिता 2025-26 का शुभारंभ समारोह का आयोजन किया गया
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा मंडल अध्यक्ष केकड़ी, श्री रितेश जैन उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता चंद्रप्रकाश दुबे, सचिव एम एल डी मेमोरियल संस्थान केकड़ी ने की। इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री गोपीलाल कीर, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी केकड़ी, श्री सुरेंद्र जोशी, ब्यूरो चीफ दैनिक नवज्योति एम एल डी संस्थान के निदेशक डॉ अविनाश दुबे,बृजराज शर्मा,एवं संयोजक नरेंद्र कुमार पारीक, प्रधानाचार्य श्री मिश्रीलाल दुबे उच्च माध्यमिक अकादमी केकड़ी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

मुख्य अतिथि रितेश जैन ने अपने संबोधन में कहा कि ऐसी प्रतियोगिताएं युवाओं में खेल भावना का विकास करने एवं उनके अंदर छिपी प्रतिभा को निखारने का एक सुनहरा अवसर प्रदान करती हैं। विशिष्ट अतिथि गोपीलाल कीर ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि खेल जीवन में अनुशासन और समर्पण की सीख देते हैं। इस प्रतियोगिता में जिले की 11 टीमों के कुल 68 खिलाड़ियों ने भाग लेकर अपना हुनर दिखाया। सुरेंद्र जोशी ने अपने उद्बोधन में कहा कि तीरंदाजी सबसे पुरानी कलाओं में से एक है जिसका आज भी अभ्यास किया जाता है।
धनुष-बाण का इतिहास मानवता के इतिहास में गहराई से जुड़ा हुआ है। तीरंदाज़ी शुरू में शिकार और फिर युद्ध की एक तकनीक के रूप में उभरी। इस अवसर पर संस्थान के सचिव चंद्र प्रकाश दुबे ने अपने उद्बोधन में कहा कि तीरंदाजी धनुष और तीर से लक्ष्य पर निशाना लगाने का एक खेल है. यह एक प्राचीन कला है जो ऐतिहासिक रूप से शिकार और युद्ध में इस्तेमाल होती थी. आज, यह एक ओलंपिक खेल है जहाँ खिलाड़ी अंक अर्जित करने के लिए लक्ष्य पर निशाना लगाते हैं. इसमें शारीरिक कौशल, मानसिक एकाग्रता और अनुशासन की आवश्यकता होती है। इस प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल के रूप में शारीरिक शिक्षक वीरेंद्र प्रताप सिंह, राजेंद्र सिंह,संदीप कौर भट्ट,महेंद्र प्रताप सिंह, मुकेश कुमार जैन, अंकित चौधरी, नरेंद्र सिंह, पवन कुमार खत्री, रणजीत गुर्जर, सुरेश साहू, वीरेंद्र कुमार मित्तल, गुणमाला एवं अजय मित्तल जैसे वरिष्ठ लोगों ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। संयोजक नरेंद्र कुमार पारीक ने सभी अतिथियों, खिलाड़ियों, निर्णायक मंडल एवं समस्त स्टाफ का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि खेल को खेल भावना से खेलना चाहिए क्योंकि यह हमें निष्पक्षता, सम्मान, अनुशासन, आत्म-नियंत्रण और दृढ़ता जैसे महत्वपूर्ण गुणों को सिखाता है।

जीत और हार को समान रूप से स्वीकार करना, नियमों का पालन करना, और अपने विरोधियों और साथियों का सम्मान करना। यह न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा है, बल्कि यह चरित्र निर्माण, मानसिक विकास और जीवन के अन्य क्षेत्रों में सफलता के लिए भी फायदेमंद है। 69 वीं जिला स्तरीय प्रतियोगिता में खेल की शपथ रितेश जी जैन द्वारा दिलाई गई। मुख्य अतिथि,विशिष्ट अतिथि एवं निर्णायक मंडल के सदस्य द्वारा राष्ट्रगान का उच्चारण कर जिले का ध्वजारोहण किया गया। रितेश जी जैन, गोपीलाल कीर ,चंद्र प्रकाश जी दुबे के द्वारा टारगेट पर निशाना लगाकर प्रतियोगिता का शुभारंभ किया गया।