परासोली में महिलाओं ने सातुड़ी तीज का त्योहार श्रद्धा और उल्लास से मनाया

आसींद 12 अगस्त (केकड़ी पत्रिका/ विजयपाल सिंह राठौड़) आसींद उपखंड के ग्रामीण क्षेत्र के परासौली गांव में महिलाओं ने सातुड़ी तीज मंगलवार को श्रद्धा और उल्लास से मनाई। महिला मंडल की सदस्या सीता देवी कुमावत ने बताया की भाद्रपद की कृष्ण पक्ष की तृतीया को गांव में सातुड़ी तीज मनाई गई इसे कजली तीज भी कहते हैं। कजली तीज से एक दिन पूर्व सिंजारे के अवसर पर महिलाओ और युवतियों ने हाथों में मेहंदी रचाई तथा ग्राम की नवविवाहित महिलाओं के पीहर से सिजरा भी आया जिसमें कपड़े, सत्तू के लड्डू और अन्य मिठाइयां थी।
तीज के अवसर पर विवाहिताओं ने अखंड सौभाग्य, संतान की प्राप्ति और सुख समृद्धि के लिए व्रत रखें। कुंवारी कन्याओं ने मनचाहे वर के लिए व्रत रखा। इस अवसर पर महिलाएं सुबह से ही पूर्ण तैयारी के साथ राजस्थानी परिधान पहनकर परासोली हनुमान जी के मंदिर पर एकत्रित हुई और शिव और पार्वती की पूजा अर्चना की शिव पार्वती के भजन, राजस्थानी घूमर नृत्य और लहरिया गीत के माध्यम से कजली तीज का त्यौहार मनाया। इस अवसर पर महिलाओं ने पेड़ों के नीचे झूले भी झूले। शाम को चांद निकलने पर पूजा कर चांद को अर्घ्य देकर के महिलाएं अपना व्रत खोलेगी।इस अवसर पर सीता कुमावत, पिंकी शर्मा, संध्या शर्मा, रिंकू सेन, लता कुमावत, जमना कुमावत, सुशीला पालीवाल, लीला कुमावत, माया वैष्णव आदि महिलाएं और बालिकाएं समूह में उपस्थित थी