स्केच आर्टिस्ट प्रांजल मडेतवाल की कृति “हनुमान चालीसा”

आसींद 10 अगस्त (केकड़ी पत्रिका/ विजयपाल सिंह राठौड़) राजस्थान की सदियों पुरानी शैली की विशिष्टता का आयाम है – फड़ चित्रकारी । “फड़” देव दर्शन ही नहीं उनका वर्णन भी है। फड़ चित्र को बांचे बिना बंद नहीं किया जाता। प्रभु श्री राम भक्त महावीर हनुमान जी की चालीसा को इस फड़ में पूर्णतः चित्रों से उकेरा गया है। संकटमोचन हनुमान जी को शीश नवाते हुए ।
आसींद उपखंड क्षेत्र के नेगड़िया पंचायत निवासी स्केच आर्टिस्ट एवं चित्रकार प्रांजल मेवाड़ मेडतवाल पिता अशोक मेडतवाल ने ये फड़ आर्टिस्ट कल्याण जी जोशी से प्रेरित होकर बनाया है जो भीलवाड़ा निवासी है । यह फंड लगभग 40 से 45 घंटे की मेहनत से 59 x 84 सेंटीमीटर पेपर पर हनुमान चालीसा को सिंदूर के माध्यम से राजस्थानी कला से फंड बनाया गया । तथा उन्होंने ने पूर्व में भी कहीं सारी सुंदर स्केच तैयार किए गए हैं ।