चेहल्लुम का ताजिया 13 अगस्त को

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बिजयनगर 09 अगस्त (केकड़ी पत्रिका/ तरनदीप सिंह) चालीसवां की अनूठी परंपरा सौहार्द की मिसाल है।विजयनगर :- इस्लाम के पैगंबर हजरत मोहम्मद के नवासे हजरत इमाम हुसैन और उसके बहत्तर जानिसारों की कर्बला में शहादत की याद को जिंदा रखने के लिए हर साल की तरह इस बार भी चेहल्लुम का ताजिया 13 अगस्त बुधवार को परंपरागत मार्ग से अकीदत और मोहब्बत के साथ निकाला जायेगा।पांच दशक से अधिक समय से यह परंपरा चली आ रही है।जिसमें सांप्रदायिक सोहार्द और भाईचारे झलक दिखाई देती है।
मोहर्रम इंतजामिया कमेटी के सेक्रेटरी शंभू खान पठान ने बताया कि बुधवार को केकड़ी रोड राजनगर चौराहे से ताजिया का जलसा शुरू होकर रेलवे फाटक, प्राइवेट बस स्टैंड, संचेती होटल, कृषि मंडी रोड, पीपली चौराया, सदर बाजार, रेलवे स्टेशन होता हुआ केकड़ी चौराहे पर जुलूस बिखर जायेगा। इससे पूर्व मंगलवार की रात को निर्धारित मार्ग से ताजिया निकाला जाएगा।मोहर्रम इन्तजामिया कमेटी सदर व लाइसेंस धारी अब्दुल शकूर पठान ने बताया कि चालीसवां का ताजिया शहर की अनूठी परंपरा है जिसे देखने के लिए भीलवाड़ा शाहपुरा नसीराबाद, अजमेर, ब्यावर, केकड़ी, मंदसौर, नीमच, रतलाम, अकीकत मंद लोग आते हैं।
यहां के स्थानीय अली अखाड़ा नबी अखाड़ा न्यू अली अखाड़ा द्वारा हेरत अंग्रेज प्रदर्शन किया जाता है। यहां का ताजिया सांप्रदायिक सोहार्द की मिसाल रहा है। इस्लामपुरा स्थित इमाम बाडे में नीमच के हुनरमंद कारीगर बाबा मोहम्मद मुस्तकीम द्वारा ताजिया की इमारत तैयार की जा रही है। जुलुस के बाद शाम 6:00 बजे दस्तारबंदी कार्यक्रम रखा जाएगा। इसके बाद ताजिया कर्बला में सेराब किया जाएगा।