जर्जर भवन की छत की पट्टिया गिरने से स्कूली छात्र घायल

- सरस्वती माध्यमिक विद्यालय के छात्र स्कूल के पीछे स्थित जर्जर भवन की छत पर खेल रहे थे।
अरांई 07 अगस्त केकड़ी पत्रिका/संजीव पाराशर) उपखण्ड़ मुख्यालय स्थित निजी सरस्वती बाल निकेतन माध्यमिक विद्यालय के छात्र स्कूल प्रबंधन की कथित लापरवाही के कारण घायल हो गए। घटना दोपहर लंच टाइम के दौरान हुई, जब विद्यालय के पीछे की तरफ छत से सटे जर्जर भवन की छत की पट्टियां अचनाक ढ़ह गई। गनीमत यह रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ, वरना मासूमों की जान जा सकती थी। दुर्घटना होने पर स्कूल में अफरा-तफरी मच गई।
घायल छात्रों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया। जहां से एक छात्र के हाथ पर गंभीर चोट के चलते इलाज के लिए किशगनढ़ रेफर कर दिया गया।लंच टाइम में हुआ हादसा -प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरूवार को लंच ब्रेक के दौरान कुछ बच्चे स्कूल के पिछले हिस्से से सटे जर्जर भवन की छत पर खेलने चले गए। इस दौरान जर्जर भवन की पुरानी पट्टियां भरभरा कर गिर गई। इससे दो छात्र नीचे गिरकर घायल हो गए। शोर सुनकर स्कूल स्टाफ मौके पर पहुंचा और बच्चों को बाहर निकाला। इससे अचानक अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
घायल बच्चों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया। जहां एक बच्चे के हाथ में गंभीर चोट के चलते किशनगढ़ रेफर कर दिया गया।बड़ी घटना टली, बच्चों की सुरक्षा पर सवाल -अरांई में गुरूवार को स्कूल में बड़ी घटना तो टल गई, लेकिन स्कूली बच्चों की सुरक्षा पर सवालियां निशान लग रहे है। स्कूली बच्चे जर्जर भवन की छत पर ना जा पाए, विद्यालय प्रबंधन की ओर से ऐसे इंतेजाम किए जाने चाहिए थे।
शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत बच्चों को सुरक्षित और अनुकूल वातावरण में शिक्षा देना स्कूल की जिम्मेदारी है।घायलों में संचालक का परिवारजन, फिर भी सुरक्षा पर ध्यान नहीं -मामले में घटना के बाद से ही स्कूल प्रबंधन की ओर से स्पष्ट जानकारी देने से परहेज किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार घायल हुए दोनों छात्रों में से एक स्कूल संचालक के परिवार का सदस्य है, जबकि दूसरा छात्र विद्यालय के एक शिक्षक का बेटा बताया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि घायल छात्रों में स्कूल प्रबंधन और शिक्षक के बच्चे शामिल है, तो ये बताता है कि स्कूल में बच्चों की सुरक्षा कितनी लचर है।अभिभावकों ने जताई चिंता, जिम्मेदारी हो तय -घटना के बाद से अभिभावकों व ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।
राजीव गांधी पंचायतीराज संगठन ब्लॉक अध्यक्ष रसीद मोहम्मद सहित ग्रामीणों ने बताया कि बच्चों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए। शिक्षा विभाग केवल जांच व आदेश जारी करने तक सीमित नहीं रहे, बल्कि ऐसे मामलों में जिम्मेदारी तय कर ठोस कार्रवाई करे। उन्होंने कहा कि शिक्षणसंस्थानों में बच्चों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने निजी स्कूलों में सुरक्षा मानकों की समीक्षा करने की आवश्यकता पर जोर दिया।बच्चों की सुरक्षा से नहीं होगा समझौता -ब्लॉक मुख्य शिक्षा अधिकारी भास्कर व्यास ने बताया कि राजकीय हो या निजी विद्यालय, बच्चों की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जाएगा। सभी विद्यालयों को निर्देशित कर रखा है कि बच्चों की सुरक्षा पहली प्राथमिता है।
इनका कहना है
“मामले की जानकारी की मिली है, शुक्रवार को मौके पर टीम भेजकर जांच करवायेंगे। जिम्मेदारों के विरूद्ध ठोस कार्रवाई की जायेगी।इनका कहना है -जहां दुर्घटना हुई, वो स्कूल का हिस्सा नहीं है। लंच टाईम के दौरान बच्चे खेलते-खेलते स्कूल के पीछे वाले भवन की छत पर चले गए थे। बच्चों को तुंरत अस्पताल पहुंचाकर इलाज शुरू करवाया गया। कोई बड़ी घटना नहीं घटी है। बच्चों की सुरक्षा को लेकर स्कूल प्रशासन संवेदनशील है।”
राधाकिशन गुर्जर, स्कूल संचालक