श्मसान भूमि का रास्ता खुलवाने की मांग ,उपखंड अधिकारी को दिया ज्ञापन

अरांई।05 अगस्त (केकड़ी पत्रिका/संजीव पाराशर) सिरोंज में बैरवा समाज के श्मसान भूमि का रास्ता अवरूद्ध होने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। आरोप है कि आवंटन के बाद से ही अतिक्रमियों ने रास्ता अवरूद्ध कर रखा है। इससे मृतकों का अंतिम संस्कार करने में बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार को सिरोंज के लोगों ने उपखण्ड़ अधिकारी कार्यालय पहुंचकर एसडीओ नीतू मीणा को ज्ञापन सौंपा।
ग्रामीणों ने ज्ञापन में रास्ता खुलवाकर राहत दिलाने की मांग की है। सिरोंज निवासी कानााराम बैरवा, सोनू बैरवा, राजेन्द्र बैरवा, सीताराम बैरवा, महेन्द्र बैरवा, नन्दराम बैरवा, शंकर बैरवा, सरदार बैरवा, लोकेश बैरवा, गणपत बैरवा, राजू बैरवा, धर्मराज तालीवाल, करण पिंगोलिया सहित ग्रामीणों ने बताया कि करीब 5-6 वर्ष पूर्व श्मसान के लिए खसरा संख्या 1588/1375 में भूमि आंवटित हुई थी। मगर तभी से श्मसान भूमि का रास्ता अवरूद्ध है।
कानाराम बैरवा ने बताया कि अंतिम संस्कार के लिए हर बार विवाद की स्थिती उत्पन्न होती है। उन्होंने बताया कि समाज के एक युवक की मृत्यु होने पर मंगलवार को अंत्योष्टि के लिए श्मसान का रास्ता अवरूद्ध होने से फिर से विवाद पैदा हो गया। जैसे तैसे मृतक का अंतिम संस्कार किया गया। बीते दिनों एक महिला की मृत्यु होने पर प्रशासनिक लवाजमें की मौजूदगी में विवाद के बीच उसका अंतिम संस्कार करवाया गया था। उन्होंने बताया कि श्मसान भूमि में ना तो चारदिवारी है, ना ही टीनशेड़ लगा हुआ है। उपखण्ड़ अधिकारी के निर्देश पर तहसीलदार हरिराम ने सिरोंज पहुंचकर मौका स्थिती देखी। तहसीलदार ने पटवारी को रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।