पुत्रदा एकादशी पर श्री कल्याणराय महाराज का किया मनमोहक श्रृंगार

अराई 05 अगस्त (केकड़ी पत्रिका/संजीव पाराशर ) कस्बे के ऐतिहासिक श्रीकल्याण राय मंदिर में पुत्रदा एकादशी पर धार्मिक आयोजन हुए। इस अवसर पर मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा। श्रद्धालुओं ने श्रद्धा और भक्ति भाव से ठाकुरजी के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया और परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।मंदिर परिसर में सजी आस्था की झांकी – मंदिर के पुजारी मुकेश पाराशर ने ठाकुरजी की मनमोहक झांकी सजाई। रंग-बिरंगी लाइटिंग, फूलों की आकर्षक मालाएं, और धूप-दीप की सुगंध से मंदिर परिसर भक्तिमय वातावरण में डूबा रहा।
ठाकुरजी की झांकी आकर्षण का केंद्र रही। पुजारी पाराशर ने बताया कि पुत्रदा एकादशी का विशेष महत्व है। यह व्रत संतान सुख, परिवार में सुख-शांति और समृद्धि की प्राप्ति हेतु किया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु का पूजन अत्यंत फलदायी माना जाता है। व्रती भक्त दिनभर उपवास रखकर नियमपूर्वक पूजा करते हैं और रात्रि में भजन कीर्तन कर जागरण करते हैं।रामधुनी मंडलों की भजन प्रस्तुति – धार्मिक आयोजन के तहत आसपास के गांवों से आए रामधुनी मंडलों ने भक्ति रस में डूबी सुंदर भजन प्रस्तुतियां दीं। रामधुनी मंडलों ने ‘राम नाम की लगन लगी है’, ‘रघुपति राघव राजा राम’, जैसे भजनों से श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। भजन मंडलियों की संगीतमय प्रस्तुतियों से मंदिर परिसर गुंजायमान हो उठा। भजनों के माध्यम से आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हुआ और वातावरण पूरी तरह से भक्तिरस में रंग गया। अरांई सहित आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचे। श्रद्धालुओं ने ठाकुरजी के दर्शन किए और पूजा-अर्चना की। श्रद्धालुओं ने व्रत रख परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।