बड़ा खेड़ा में भक्ति का उत्सव, गूंजे भजनों की स्वर लहरियां

बिजयनगर 03 अगस्त (केकड़ी पत्रिका/तरनदीप सिंह) श्री मांगट देव जी महाराज की पावन बड़ी जात श्रावण शुक्ल नवमी की पूर्व संध्या पर बड़ा खेड़ा भक्ति में सराबोर रहा। आयोजित भक्ति संध्या में शीतल म्यूजिक ग्रुप भीम के भजन गायक महेंद्र सिंह, सीताराम तथा बाल कलाकार लव पाल सिंह ने पूरी रात भजनों की मधुर धुनों से श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। भक्ति रस में डूबे श्रोता रातभर झूमते रहे।जल मंदिर का हुआ उद्घाटनकार्यक्रम से पूर्व शाम 4 बजे मंदिर परिसर में नवनिर्मित नेम शांता जल मंदिर का उद्घाटन भूमि दाता परिवार श्री प्रकाश चंद, गौतमचंद, राजमल छाजेड़ परिवार द्वारा किया गया।
इस अवसर पर खेराड, हाडोती, नागर चाल और अजमेर सहित हजारों की संख्या में पहुंचे पदयात्रियों का मंदिर परिसर में भव्य स्वागत किया गया।मंदिर समिति ने किया श्रद्धालुओं का सम्मानभजन संध्या में सभी पदयात्रियों व अतिथियों का सम्मान किया गया। श्री मांगट देव विकास एवं प्रबंधन समिति अध्यक्ष श्री देवराज जैन ने स्वागत भाषण में समिति की प्रगति की जानकारी साझा करते हुए मंदिर के जीर्णोद्धार और अप्रैल में हुए प्रतिष्ठा समारोह की सफलता पर बधाई दी। उन्होंने बताया कि 5 दिवसीय नवकुण्डीय यज्ञ, शिखर पर कलश व ध्वज स्थापना श्रद्धालुओं और समिति कार्यकर्ताओं के सहयोग से संभव हुई।जैन ने दानदाताओं और कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करते हुए माल, साफा और अंगवस्त्र भेंट कर सम्मान किया।
उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर में 15 कमरों का सर्वसुविधायुक्त अतिथि गृह बनाने की योजना है, जिसमें अब तक तीन कमरों की स्वीकृति मिल चुकी है।स्वयंसेवकों ने निभाई सेवा भावनाभक्ति संध्या की सफलता में स्थानीय नवयुवक मंडल, प्रशासन और मंदिर समिति के पदाधिकारियों का अहम योगदान रहा। उपाध्यक्ष श्री मिट्ठू सिंह पंवार, सचिव श्रीराम सिंह बागमाल, सह सचिव श्री मोट सिंह बड़ा खेड़ा, वित्त प्रबंधक श्री खंगार सिंह लबूरी, कोषाध्यक्ष श्री शंकर सिंह दपाली, अंकेक्षक किशोर सिंह लबूरी, भंडारी श्री खंगार सिंह जिलेदार का बाडिया, श्री डाउ सिंह, नरेन्द्र प्रजापत सहित अनेक स्थानीय निवासियों ने सेवाएं दीं।भक्ति संध्या के दौरान सर्वश्री कैलाश चंद्र आच्छा, महावीर छाजेड़, धीरज टांक, भंवर सिंह, अर्जुन सिंह, प्रवीण सिंह एवं हरि सिंह द्वारा श्रद्धालुओं के लिए निशुल्क चाय और पोहा की व्यवस्था की गई, जिसकी सभी ने सराहना की भाव विभोर कर गए बाबा के दर्शन प्रातः 4 बजे तक भजनों का समा बंधा रहा।
तत्पश्चात श्रद्धालु रोही पर्वत पर दर्शन के लिए रवाना हुए। नवमी को मुख्य धाम मंदिर पर शाम 4 बजे सैकड़ों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में बाबा ने पुजारी को भाव माध्यम से दर्शन दिए, जिसे देखकर श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे।