विजय श्री अवार्ड 2025″ से सम्मानित हुए सवेन्द्रजीत सिंह25 राष्ट्रों की उपस्थिति में जयपुर में हुआ’सांस्कृतिक समन्वय सम्मेलन

बिजयनगर 29 जुलाई(केकड़ी पत्रिका/ तरनदीप सिंह ) भारत के राष्ट्रीय गौरव, सांस्कृतिक समरसता और वैश्विक शांति के संदेश को साकार करने हेतु अन्तर्राष्ट्रीय समरसता मंच द्वारा इस वर्ष कारगिल विजय दिवस के अवसर पर एक ऐतिहासिक सांस्कृतिक समन्वय सम्मेलन का आयोजन जयपुर के रोटरी क्लब सभागार में गरिमाई उपस्थिति में संपन्न हुआ ।
यह आयोजन न केवल भारत की सैन्य वीरता का सम्मान है, बल्कि वैश्विक स्तर पर वसुधैव कुटुम्बकम के सिद्धांत को स्थापित करने की दिशा में भी एक सशक्त प्रयास है।इस समारोह में 25 से अधिक देशों के प्रतिनिधि व प्रतिभागी शामिल हुए। अन्तर्राष्ट्रीय समरसता मंच के मुख्य सलाहकार डॉ. कुलदीप प्रसाद शर्मा ने जानकारी दी कि इस आयोजन का उद्देश्य भारत की प्रतिष्ठा, शक्ति एवं पंचशील सिद्धांतों को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करना है।
कार्यक्रम में शहीद 527 वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की , जिन्होंने देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति दी।सेवा और समर्पण के प्रतीक: सवेन्द्रजीत सिंहइस भव्य समारोह में राजस्थान की भूमि पर वर्षों से लोकसेवा, सामाजिक विकास, प्रशासनिक सहयोग एवं निर्माण कार्यों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले ए ए क्लास पीडब्ल्यूडी गवर्नमेंट कॉन्ट्रेक्टर सवेन्द्रजीत सिंह को “विजय श्री अवार्ड 2025” से सम्मानित किया गया।उनके अनवरत परिश्रम, विकासोन्मुखी दृष्टिकोण एवं समाजसेवी कार्यों का अवलोकन करते हुए उन्हें इस सम्मान के लिए चयनित किया गया है। सवेन्द्रजीत सिंह ने भारत के गौरव और समरसता मूल्यों को अपने जीवन कार्य में उतारते हुए समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने हेतु महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
वैश्विक मंच पर भारत की सांस्कृतिक प्रस्तुतिइस सम्मेलन में सवेन्द्रजीत सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि “वसुधैव कुटुम्बकम”, “ग्लोबल विलेज” और “सत्यम शिवम् सुन्दरम” जैसे वैचारिक विषयों पर अपना उद्बोधन देंगे। उनके विचार भारत की सनातन सांस्कृतिक विरासत को आधुनिक वैश्विक परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत करेंगे।सम्मानित हुई 75 विशिष्ट प्रतिभाएंकार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों – शिक्षा, चिकित्सा, प्रशासन, राजनीति, समाज सेवा और सृजनात्मक कार्यों – में योगदान देने वाली 75 विशिष्ट प्रतिभाओं को विजय श्री अवार्ड 2025 से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर देश-विदेश के गणमान्य अतिथि, राजनयिक, सामाजिक कार्यकर्ता एवं सांस्कृतिक प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे।राष्ट्रीय एकता और वैश्विक समरसता का संदेश अंतरराष्ट्रीय समरसता संघ के प्रभारी डॉक्टर कुलदीप शर्मा ने ने इस आयोजन के माध्यम से भारत एक बार फिर यह संदेश देगा कि शांति, समरसता और भाईचारा ही विश्व का भविष्य हैं।
कारगिल विजय दिवस केवल एक सैन्य विजय का प्रतीक नहीं, बल्कि यह भारत के संस्कार, साहस और समर्पण की जीवंत अभिव्यक्ति की मंच को संबोधित करते हुए सवेन्द्रजीत सिंह ने कहा कि किइस प्रकार के आयोजनों से न केवल राष्ट्र की भावनाओं को मजबूती मिलती है, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की सांस्कृतिक शक्ति का सशक्त परिचय भी मिलता है। इस मौके पर अंतर्राष्ट्रीय समरसता संघ के प्रभारी डॉक्टर कुलदीप शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस समारोह में पूर्व सांसद एवं स्वतंत्रता सेनानी पंडित रामकृष्ण शर्मा पूर्व शिक्षा मंत्री बृजकिशोर शर्मा पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह पूर्व सांसद रामकिशन शर्मा महेश चंद शर्मा विधायक श्री गोपाल शर्मा महामंडलेश्वर साध्वी श्री अनीता जी योगेश्वरी डॉक्टर हुकम चंद एवं विधि अतिथियों के सामने में समाजसेवी ओमप्रकाश बाठिया अंतर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष को विजय श्री अवार्ड से सम्मानित किया गया। समारोह में शिक्षा चिकित्सा सामाजिक सामुदायिक सेवा राष्ट्रीय के विकास में योगदान देने वाले भारत के विभिन्न क्षेत्रों के सेवाभावी प्रतिभाओं व्यक्तियों को भी सम्मानित किया गया एवं कारगिल विजय दिवस पर राष्ट्रीय की सेवा उल्लेखनीय गौरवशाली प्रदर्शन के लिए भारतीय सेवा के अध्यक्ष कारगिल युद्ध में शहीद हुए तो 527 अमर सेनानी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई समारोह में भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेई के जन्मदिवस पर 25 दिसंबर मैं नेपाल में होने वाली आयोजित समारोह के लिए सभी सम्मानित सदस्यों को आमंत्रित भी किया गया।