पानी में घुसकर बिजलीकर्मी कर रहे काम, जान जोखिम में डालकर दुरूस्त करते सप्लाई।

अराई 26 जुलाई (केकड़ी पत्रिका/संजीव पाराशर)जिन कर्मचारियों की बदौलत अंधेरे में रोशनी पहुंचती है, उनकी सुरक्षा करना विभाग की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। मगर उपखण्ड़ मुख्यालय पर बिजलीकर्मियों के हालात विकट बने हुए है। यहां सहायक अभियंता कार्यालय पावर हाउस परिसर में बरसात का मौसम आते ही जलभराव की समस्या गहरा जाती है। मगर बिजलीकर्मियों को जान जोखिम में डालकर बिजली सप्लाई को दुरूस्त करना पड़ता है।
कर्मचारी घुटनों तक भरे पानी में खड़े होकर ऊंचे तारों और उपकरणों की मरम्मत कर रहे है, ताकि लोगों को निर्बाध रूप से बिजली मिलती रहे।जान जोखिम में डालकर कर रहे कार्य -पावर हाउस में पानी भरने पर कर्मचारी जान जोखिम में डालकर कार्य कर रहे है। बारिश के दौरान पानी व बिजली का सीधा संबंध जानलेवा साबित हो सकता है। इसके बावजूद ये कर्मचारी लोगों तक बिजली पहुंचते रहे इसी उ्देश्य से बिना किसी डर के अपनी ड्यूटी निभा रहे है।
यहां हर साल जलभराव की समस्या आम बात है। बताया जा रहा है कि उच्च अधिकारियों को समस्या से अवगत कराने के बाद भी समाधान नहीं किया जा रहा है। पावर हाउस में पानी भरने की वजह से कभी भी हादसा हो सकता है। पानी के कारण बिजली कर्मचारियों की सुरक्षा को खतरा है, साथ ही बिजली आपूर्ति व्यवस्था भी ठप्प हो सकती है।कर्मचारियों की सुरक्षा को मिले प्राथमिकता -ग्रामीणों ने विद्युत कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है।
रसीद मोहम्मद भोगादीत सहित ग्रामीणों ने बताया कि विभाग के चीफ इंजीनीयर को पत्र भेजकर विद्युत कर्मचारियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने, पावर हाउस में जल निकासी की व्यवस्था कराने, रबर सूट, वॉटरपु्रफ बूट्स सहित अन्य आवश्यक सुरक्षा उपकरण मुहैया करवाने की मांग की है।फोटो 05 अरांई के पावर हाउस में भरे पानी में खड़े होकर कार्य करता बिजलीकर्मी।