एम एल डी केकड़ी में गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व धूमधाम से मनाया गया

केकड़ी 10 जुलाई (केकड़ी पत्रिका/अम्बा लाल गुर्जर) श्री मिश्रीलाल दुबे उच्च माध्यमिक अकादमी, केकड़ी में गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय परिसर प्रार्थना सभा में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि संस्थान निदेशक डॉक्टर अविनाश दुबे, अनिरुद्ध दुबे, प्रधानाचार्य नरेंद्र कुमार पारीक द्वारा दीप प्रज्वलन एवं गुरु वंदना से हुआ। इसके बाद छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला प्रस्तुत की, जिसमें भजन, गुरु-शिष्य परंपरा पर आधारित नाटक एवं काव्यपाठ शामिल थे। प्रधानाचार्य पारीक ने अपने संबोधन में कहा कि गुरु ही ज्ञान का स्रोत हैं और उनके मार्गदर्शन के बिना जीवन अधूरा है। गुरु पूर्णिमा हमें अपने गुरुओं के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर देती है।
इस अवसर पर विकास सिंह शक्तावत ने बताया कि गुरु पूर्णिमा, एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जो गुरुओं, मार्गदर्शकों और शिक्षकों के सम्मान के लिए समर्पित है। यह उत्साह के साथ मनाया जाता है और इसमें प्रार्थना और आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है। यह दिन महाभारत के रचयिता महर्षि वेद व्यास की जयंती का भी स्मरण करता है। वंदना प्रभारी रितिका खींची ने बताया किहिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, गुरु पूर्णिमा को वह दिन माना जाता है जब भगवान शिव ने अपना ज्ञान सात अनुयायियों या “सप्तर्षियों” को हस्तांतरित किया था। परिणामस्वरूप, भगवान शिव को गुरु के रूप में भी जाना जाने लगा। तब से, हिंदू लोग भगवान शिव, उनकी शिक्षाओं और सात सप्तर्षियों के सम्मान में गुरु पूर्णिमा मनाते आ रहे हैं। बहिन अर्पिता आचार्य ने भी गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर अपने विचार प्रकट किये।
इस दौरान प्रधानाचार्य नरेंद्र कुमार पारीक ने विद्यालय के शिक्षकों को तिलक लगाकर और कलम भेंट कर सम्मानित किया गया तथा छात्रों ने उन्हें फूलमाला एवं उपहार देकर धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर अभिषेक शर्मा मनोज कुमार वर्मा राजेंद्र कुमार जांगिड़ अमन पारीक भावना दवे कविता शर्मा सुरेश खारोल मुरलीधर अखिलेश कुमार शर्मा बाबूलाल कुमावत ताराचंद दबकिया आदि की उपस्थिति रहे।कार्यक्रम का समापन सामूहिक प्रार्थना, शांति मंत्र का उच्चारण कर एवं मिठाई वितरण के साथ हुआ।