विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत ग्राम पंचायत प्रान्हेंडा में वैज्ञानिक कृषक संवाद कार्यक्रम का हुआ आयोजन

सावर 10 जून (केकड़ी पत्रिका/ हंसराज खारोल) विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत ग्राम पंचायत प्राहेडा के ग्राम पंचायत भवन में वैज्ञानिक कृषक संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ ऐन के मीणा ने कृषि में कीट प्रबंधन पर विस्तृत जानकारी दी। राष्ट्रीय बीजिय मसाला अनुसंधान केंद्र अजमेर डॉ रामस्वरुप मीणा ने उन्नत बीज, कम रसायन उपयोग की जानकारी दी वही सीताराम वर्मा ने पशुपालन, आजोला, मेथी, अधिक उपज वाली फसल, उन्नत बीज, कीट नियंत्रण, बीमारियों की जानकारी दी साथ ही क्षेत्रीय सहायक कृषि अधिकारी अभय सिंह शक्तावत बैक्टीरिया,ट्राइकोगामा कार्ड , जीवामृत, आदि के बारे में जानकारी दी।
रासायनिक उर्वरकों व कीटनाशी रसायनों के बढ़ते दुष्प्रभावों से बचने के लिए किसानों को अपने स्तर पर ही खेत की मिट्टी की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए वर्मी कम्पोस्ट,नेडेफ कम्पोस्ट तैयार करने, रासायनिक उर्वरकों व कीटनाशियों के खेती में प्रयोग से पर्यावरण प्रदूषित होने के साथ ही जल,जमीन,वनस्पति,जीव जंतुओं के को भी हानि पहुंच रही है
अतः हमें इनसे बचने के प्राकृतिक खेती की ओर ध्यान देने पर जोर दिया। खेती में मृदा का उपजाऊपन कायम रखने तथा टिकाऊ खेती के लिए रासायनिक कीट रोग नाशियो एवम् उर्वरकों बीजामृत, जीवामृत, संजीवक, पंचगव्य, मिट्टी के लाभदाई जीवाणु कल्चर , जैविक फफुंदनाशी ट्राईकोडर्मा, हरी खाद, गोबर की खाद, वर्मी कंपोस्ट, वर्मीवाश ,फेरोमोन ट्रैप, नीम युक्त दवाएं नीमास्त्र , ब्रह्मास्त्र, आग्नेयास्त्र आदि का प्रयोग करना चाहिए।साथ ही बताया कि गर्मी की गहरी जुताई करने से कीट रोगों के प्रकोप में कमी आती है।कृषि पर्वेक्षक महावीर धाकड ने बताया कि खरीफ का मौसम में फसल बुवाई की योजना तैयार कर लेनी चाहिए ।साथ ही खरीफ फसल की उन्नत किस्मों की जानकारी दी साथ ही कृषि विभाग की अनुदान योजनाओं की जानकारी दी गई।
इफको के प्रबंधक निर्भय चौधरी ने तरल यूरिया, डी ए पी के उपयोग तथा डी ए पी, यूरिया की जांच के घरेलू उपाय पर चर्चा की।इस अवसर पर कृषक नोरत जी जैन, धनराज सिंह, आशुतोष जी घीसा लाल खाती, सहित महिला किसान उपस्थित रहे।