पर्यावरणीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए रसायन,डाई, कीटनाशक,उर्वरक,डिस्टिलरी से संबंधित स्टेकहोल्डर कार्यशाला का आयोजन

जयपुर, 30 मई(केकड़ी पत्रिका) विश्व पर्यावरण दिवस 2025 (5 जून) के अवसर पर, राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल (आरएसपीसीबी) ने जयपुर में 12 मई से 30 मई 2025 तक स्टेकहोल्डर कार्यशालाओ की एक श्रृंखला शुरु की है। इन कार्यशालाओं का उद्देश्य उद्योगों और स्टेकहोल्डर्स को पर्यावरण से संबंधित प्रमुख मुद्दों जैसे व्यवहार परिवर्तन, सतत कचरा प्रबंधन, चक्रिय अर्थव्यवस्था, वायु और जल प्रदूषण नियंत्रण और सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) की प्राप्ति के बारे में जागरूक करना है।इस श्रृंखला के तहत शुक्रवार को झालाना स्थित आरएसपीसीबी मुख्यालय में रसायन, डाई, कीटनाशक, उर्वरक और डिस्टिलरी के उद्योगों से संबंधित एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में संबंधित उद्योगों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का उद्घाटन RSPCB के मुख्य पर्यावरण अभियंता श्री विष्णु दत्त पुरोहित द्वारा किया गया। उन्होंने रसायन, डाई, कीटनाशक, उर्वरक और डिस्टिलरी में नई तकनीकों को अपनाने के महत्व पर जोर दिया। ताकि उद्योगों द्वारा होने वाले पर्यावरणीय दुष्प्रभाव को कम किया जा सके।श्री सुशांत कुमार जाना, सेवानिवृत्त प्रोफेसर, एमएनआईटी, जयपुर ने ‘प्रक्रिया संशोधन के माध्यम से पर्यावरण प्रदूषण न्यूनीकरण की प्रवृत्तियाँ तथा चयनित भारी रासायनिक उद्योगों के case studies पर विस्तृत प्रस्तुति दी। इस दौरान श्री अभिजीत पाठक, (सेवानिवृत्त वरिष्ठ वैज्ञानिक), सीपीसीबी, नई दिल्ली ने ऑनलाइन सतत् उत्सर्जन/अपशिष्ट निगरानी प्रणाली और इसके लाभों पर विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया। कार्यक्रम के अंत मे श्री ऋषभ जैन, उप मुख्य निरीक्षक, फैक्ट्रीज़ एवं बॉयलर, राजस्थान द्वारा बॉयलर के संचालन के दौरान दुर्घटनाओं से बचाव हेतु अपनाए जाने वाले रोकथाम उपायों पर विस्तृत प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम के दौरान ‘‘क्वालिटी भारत मिशन‘‘ के तहत एक शपथ भी ली गयी, जो सतत प्रथाओं और बेहतर पर्यावरणीय गुणवत्ता के प्रति प्रतिबद्धता को पुनः सशक्त करता है।इस कार्यक्रम में संबंधित क्षेत्रों के अधिकारीगण सहित बोर्ड के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भाग लिया।