राष्ट्रीय पशुधन योजना से संवर रहा है ग्रांमीण युवा का भविष्य: भरत प्रतिहार का बकरी फार्म बना मिसालसावर क्षेत्र का पहला बकरी पालन फार्म

सावर 28 मई केकड़ी पत्रिका /दिलखुश मोटीस) : राष्ट्रीय पशुधन मिशन (एनएलएम) योजना के तहत भांडावास गांव के भरत लाल प्रतिहार का बकरी फार्म बनकर तैयार हो गया है, जिसकी क्षमता 105 बकरियों की है। 80 फीट चौड़ा और 100 फीट लंबा यह फार्म खारी नदी के तट पर स्थित है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन को बढ़ावा देने की मिसाल पेश कर रहा है।
कौन है भरत लाल प्रतिहार
इनका जन्म 15 जुलाई 1991 को राम कल्याण प्रतिहार के घर हुआ था। उन्होंने घोर गरीबी में जीवन की शुरुआत की और खेती के साथ-साथ अपनी पढ़ाई भी जारी रखी। उन्होंने एम.कॉम और बीएड तक की शिक्षा प्राप्त की है। बीसलपुर बांध का जलस्तर बढ़ने के कारण उनका परिवार टोंक जिले के दलवासा गांव से विस्थापित होकर सावर के भांडावास गांव में आकर बस गया था।
भरत न केवल पढ़ाई और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, बल्कि उन्होंने बकरी पालन को भी आजीविका का मजबूत जरिया बना लिया है। राष्ट्रीय पशुधन योजना के तहत उन्हें राज्य और केंद्र सरकार की ओर से कुल 22 लाख रुपये की सहायता प्राप्त होनी है। योजना के पहले चरण में उन्हें टिन शेड निर्माण हेतु कुल राशि का 25% अर्थात 3 लाख रुपये की पहली किस्त प्राप्त हुई, जिससे उन्होंने शेड का निर्माण कार्य पूरा कर लिया है।

आगामी महीनों में उन्हें केंद्र सरकार की ओर से सब्सिडी और बकरी खरीदने के लिए शेष राशि भी प्राप्त होगी। वर्तमान में भरत बकरी पालन के साथ-साथ मुर्गी पालन, गाय और भैंस पालन का कार्य भी कर रहे हैं। उन्होंने केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर (टोंक) से बकरी पालन का प्रशिक्षण भी प्राप्त किया है।
प्रेरणादायक है यह प्रयास
भरत की यह कहानी ग्रामीण युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है कि यदि इच्छाशक्ति हो तो सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ा जा सकता है। एन एल एम योजना कि अधिक जानकारी के लिए आप भरत लाल प्रतिहार से संम्पर्क कर सकते हैं।