किसान की बेटी ने रचा इतिहास! गोरधा की कोमल बलाई ने 83% के साथ स्कूल टॉप किया

सावर 28 मई (केकड़ी केकड़ी/दिलखुश मोटीस) मेहनत, जज्बा और जुनून अगर सच्चे हों तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं—इस बात को सच कर दिखाया है गोरधा गांव की कोमल बलाई ने। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर द्वारा घोषित 10वीं कक्षा के परिणामों में कोमल ने 83% अंक हासिल कर अपने विद्यालय में टॉप किया है।किसान पिता और गृहिणी मां की यह होनहार बेटी सीमित संसाधनों के बावजूद सपनों को साकार करने की मिसाल बन गई है।
कोमल के पिता प्रहलाद बलाई ने कहा, “यह मेरे लिए जीवन का सबसे बड़ा गर्व का पल है। मेरी बेटी ने हमारे संघर्ष को सम्मान में बदल दिया।”कोमल की सफलता ने यह साबित कर दिया कि गांव की बेटियां भी किसी से कम नहीं। मेहनत और हौसले से वह सब कुछ हासिल किया जा सकता है जिसकी कल्पना की जाए।विद्यालय के प्रधानाचार्य सहित सभी शिक्षकों और ग्रामवासियों ने कोमल को बधाई दी है। कोमल ने आगे चलकर डॉक्टर बनने का सपना बताया और कहा कि वह गांव की अन्य बेटियों के लिए प्रेरणा बनना चाहती है।
दमदार मैसेज:”बेटियां अगर पढ़ेंगी, तो देश आगे बढ़ेगा!””गांव की मिट्टी से निकली कोमल की कहानी हर युवती के लिए प्रेरणा है।”