ईआरसीपी के तहत नवनेरा बांध से बीसलपुर-ईसरदा को जोड़ने वाली परियोजना का काम जल्द शुरू, 2028 तक पूरा होने की उम्मीद

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जयपुर/टोंक/केकड़ी 18 मई (केकड़ी पत्रिका) पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) के तहत नवनेरा बांध से बीसलपुर और ईसरदा बांध को जोड़ने वाली बहुप्रतीक्षित परियोजना पर जल्द ही कार्य शुरू होने वाला है। परियोजना की कुल लागत लगभग 4600 करोड़ रुपये आंकी गई है और इसे चार वर्षों में यानी 2028 तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। इस परियोजना के माध्यम से तीन जिलों—टोंक, सवाईमाधोपुर और दौसा—के हजारों गांवों को जल संकट से राहत मिलने की उम्मीद है।134 किलोमीटर लंबी नहर से जुड़ेंगे तीन बड़े बांधपरियोजना के तहत नवनेरा बांध से निकलने वाली नहर 134 किलोमीटर की दूरी तय कर बूंदी जिले के मास बांध, वहां से टोंक जिले के गलवा बांध और आगे बीसलपुर व ईसरदा बांध तक पहुंचेगी। ईसरदा से आगे नहर को जयपुर के किनारों से भी जोड़ाह जाएगा, जिससे राज्य की राजधानी तक पेयजल आपूर्ति और सिंचाई की सुविधा बेहतर हो सकेगी। इस प्रणाली में गलवा से लक्ष्मी बांध तक भी पानी पहुँचाने का प्रावधान है।जल संकट से मिलेगी स्थायी राहतटोंक, सवाईमाधोपुर और दौसा जिलों में हर साल बारिश के बाद भी जल संकट बना रहता है,
जिससे किसान और ग्रामीणों को खासी परेशानी उठानी पड़ती है। परियोजना के पूर्ण होते ही इन क्षेत्रों में जल आपूर्ति की स्थायी व्यवस्था सुनिश्चित हो सकेगी। इससे बीसलपुर बांध में सालों भर पर्याप्त जल स्तर बना रहेगा, और किसानों के खेतों तक पानी पहुंच सकेगा।सरकारी अधिसूचना और भुगतान प्रक्रिया पूर्णसरकार द्वारा परियोजना से संबंधित अधिसूचना जारी कर दी गई है, और जिन क्षेत्रों में भूमि डूब क्षेत्र में आएगी, वहां का डूब सर्वे और मुआवजा भुगतान पहले ही किया जा चुका है।
नहर की चौड़ाई लगभग 100 से 130 मीटर के बीच होगी। सीमांकन कार्य चल रहा है और वैधानिक अनुमति भी प्राप्त हो चुकी है।अगले दो महीनों में टेंडर प्रक्रिया शुरू प्रोजेक्ट के पहले चरण में नहर निर्माण के लिए सभी आवश्यक प्रक्रियाएं पूरी की जा रही हैं। अगले दो महीनों में वैश्विक स्तर की एजेंसियों के साथ मिलकर टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। परियोजना के पूरे होते ही यह क्षेत्र जल आपूर्ति में आत्मनिर्भर बन सकेगा।