पंचकल्याण महोत्सव में हुई जैनेश्वरी मुनि दीक्षा,उमड़ा जन सैलाब,विधायक गौतम ने भी की शिरकत

सावर 18 मई (केकड़ी पत्रिका/हंसराज खारोल) अजमेर जिले की धार्मिक नगरी सावर में जैन समाज के चल रहे ऐतिहासिक पंचकल्याण महोत्सव में आयोजित जैनेश्वरी मुनि दीक्षा में श्रदालुओं का जन सैलाब उमड़ पड़ा। दीक्षा महोत्सव में केकडी विधायक शत्रुघन गोतम मांडलगढ़ विधायक गोपाल खंडेलवाल सहित अन्य अतिथियों का माल्यार्पण के साथ ही दुप्पटा ओढ़ाकर स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
विशिष्ट जन रहे मौजूद
अवसर पर विधायक शत्रुघ्न गोतम ने कहा कि जैन धर्म की दीक्षा महोत्सव में जैन मुनियों के दर्शन का सौभाग्य बड़े पुण्य के बाद मिलता है।उन्होंने कहा कि जैन मुनि का जींवन संसार मे सबसे कठिन मार्ग है। गोतम के साथ देहात जिला महामंत्री रायचंद बागड़ी भाजपा बावन माता मंडल अध्यक्ष राजवीर हावा सहित उपखंड अधिकारी तहसीलदार भगवती प्रसाद वैष्णव विकास अधिकारी चिरंजी लाल वर्मा मौजूद रहे। इस दौरान पुलिस की माकूल व्यवस्था को लेकर थाना प्रभारी बनवारी लाल मीणा तैनात रहे।

कहीं धार्मिक कार्यक्रमों का हआ आयोजन
पंचकल्याण महोत्सव पांडाल में आचार्य जेन मुनि इन्द्रनन्दी महाराज बालाचार्य निपूर्णनन्दी महाराज व स्वस्ति भूषण माताजी के सानिध्य में अनेक जेन धर्म के कार्यक्रमो का आयोजन किया गया।साथ ही वैराग्य उतपत्ति सहित अन्य का नाट्य रूपांतरण कर मन मोह लिया। मजिनेन्द्र जिनबिम्ब पंचकल्याण महोत्सव में जैनेश्वरी मुनि दीक्षा को लेकर जेन मुनियों ने विभिन्न मुनि दीक्षा की क्रियाएं करवाई।तत्पश्चात जेन मुनि इन्द्रनन्दी महाराज व निपूर्णनन्दी महाराज ने दीक्षार्थियों की विधिवत क्रियाएं करवाई जिसमे केश लोच के साथ ही जेन मंत्रोच्चार व अन्य क्रियाएं की।

इस अवसर पर दीक्षार्थियों ने पांडाल में अपने सामाजिक जीवन मे हुए किसी भी तरह की मानवीय भूल के लिए क्षमा याचना की।तत्पश्चात परिजनों से सामाजिक जीवन की आखरी भावुक मुलाकात की।तत्पश्चात जैन क्षुल्लक से जेन मुनि की दीक्षा को लेकर दोनों ने अपने वस्त्रों का त्याग कर दिया।जिसपर पूरा पांडाल जेन धर्म के भगवान महावीर के जयकारों से गुंजायमान हो उठा।तत्पश्चात जेन मुनियों ने दीक्षार्थियी का नामकरण करते हुए निर्मलनन्दी महाराज व नाभि नन्दी महाराज की उपाधि से अलंकृत किया।जेन धर्म के इस धार्मिक कार्यक्रम में दस हजार से अधिक की भीड़ मौजूद रही।
