विश्व हास्य दिवस : इंसानों की तरह हँसो,

आप कैसे भी हँसो इंसानों की तरह हँसो, सेहत के लिए निहायत जरूरी हैं हँसना!
बेगानी शादी में अब्दुला दीवाना बन हँसो, हँसते हँसते लोटपोट पेट में बल पडे वैसे हँसो!
ठहाका मार कर खिलखिलाकर खूब हँसो ! मुँह पर रुमाल रखकर सांसे फूलने तक हँसो !
हँसो जरूर हँसो किसी से डरो मत हँसो , दाँत निकालकर हँसो गला फाड़ कर हँसो !
बीबी की डांट फटकार सुनकर खी-खी हँसो, खिसियानी बिल्ली खम्भा नोचे वैसे हँसो पर हँसो!
बीबी जब मायके जाने की पूछे तब हँसो, बीबी को हँसी खुशी मायके भेजकर हँसो!
यारों संग खूब जाम पे जाम छलका के हँसो, वो पिलाये न पिलाये खुद पिला के बेखोफ हँसो!
बीबी मायके हो तो खुशमिजाजी पूछ हँसो! जब उसके आने की खबर महके तब बेमन से हँसो !
योग के बहाने ही सही कपाल भाती कर हँसो, हास्यासन के बहाने हा हा कर हँसो पर हँसो!
बोस को कुर्सी पर न पाकर खुश होकर हँसो, सहकर्मियों संग बोस की चुगली करके हँसो !
किसी की पगड़ी उछालकर मजे से तो हँसो, खुद गिरकर धूल झाड़कर उठो फिर तो हँसो!
पुरानी कोई मिल जाये इतेफाक सेअकेली कही, आंखों में आंखे डाल खुशी के मारे जोर से हँसो !
अभी उसके वो मछली जाल में फंसी नही , उसकी नाकामी पर ठहाका मार कर हँसो !
आइसक्रीम डण्डी को आखरी दम चूसकर, पूरे दाम वसूल हुए मानकर हँसो पर हँसो!
बीबी की जुल्फों में गोभी गजरा लगाकर , आज उसे उल्लू बनाकर हँसो मगर हँसो !
गोविन्द नारायण शर्मा