होली 2025: आज आधी रात में होगा होलिका दहनहोली पर भद्रा का साया रहने से आज रात 11 बजकर 27 मिनट से मध्य रात्रि 12 बजकर 30 मिनट तक है होलिका दहन का मुहूर्त,

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सावर 13 मार्च (केकड़ी पत्रिका/हंसराज खारोल) हिन्दू समाज में होलिका दहन का अपना धार्मिक महत्व है। इस वर्ष होलिका दहन गुरुवार देर रात यानी 13 मार्च करीब आधी रात में जाएगा और अगले दिन यानी शुक्रवार को रंगों वाली होली खेली जाएगी ।फाल्गुन मास की पूर्णिमा को होता है दहनहर वर्ष फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को होलिका दहन किया जा है और इस छोटी होली भी कहा जाता है। होलिका दहन में तिथि,भद्रा और शुभ मुहूर्त का विशेष ध्यान रखा जाता है. लेकिन होलिका दहन पर इस बार सुबह 10 बजकर 35 मिनट से रात 11 बजकर 26 मिनट तक भद्रा का साया रहने वाला है।
शास्त्रों के अनुसार, होलिका दहन कभी भी भद्रा काल में नहीं करना चाहिये पूरे दिन भद्रा का साया रहने से होलिका दहन के लिए शुभ समय क्या होगा, आइए जानते है बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्वहोलिका दहन का पर्व बुराई पर अच्छाई के जीत के तौर पर मनाया जाता है और हर वर्ष यह पर्व फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. कहा जाता है कि विधि पूर्वक और नियमों के साथ होलिका दहन किया जाए तो सभी चिंता व परेशानियां भी उसी अग्नि में स्वाहा हो जाती हैं और परिवार में सुख-शांति का वास होता है. इस पर्व का सभी बेसब्री से इंतजार करते हैं और दूर दूर से अपने घरों में जाते हैं।
इस शुभ दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के साथ चंद्र देव की भी पूजा की जाती है. मान्यता है कि ऐसा करने से मानसिक शांति मिलती है और धन धान्य की कभी कमी नही होती।13 मार्च को होलिका दहनफाल्गुन पूर्णिमा प्रारंभ –13 मार्च, सुबह 10 बजकर 35 मिनट से फाल्गुन पूणिमा समापन 14 मार्च, दोपहर 12 बजकर 24 मिनट तक13 मार्च को दिन और रात को पूर्णिमा तिथि होने की वजह से होलिका दहन इसी दिन किया जाएगाभद्रा का समयभद्रा काल 13 मार्च, सुबह 10 बजकर 35 मिनट से 11 बजकर 26 मिनट तकभद्रा की पूंछ शाम 6 बजकर 57 मिनट से रात 8 बजकर 14 मिनट से भद्रा का मुख रात 8 बजकर 14 मिनट से रात 10 बजकर 22 मिनट तक तेरह मार्च को चंद्रमा सिंह राशि में संचार करेंगे, जिसकी वजह से भद्रा का साया मृत्यु लोक में रहेगा।शास्त्रों के अनुसार, जब भद्रा मृत्यु लोक में होती है, तब सबसे ज्यादा हानिकारक मानी जाती है.।
होलिका दहन पर भद्रा करीब 12 घंटे 51 मिनट तक रहेगीहोलिका दहन का पूजा मुहूर्ततेरह मार्च को होलिका दहन वाले दिन दोपहर 1 बजकर 30 मिनट से दोपहर 3 बजे तक राहुकाल का समय रहेगा इसलिए इस अवधि में होली पूजन से बचें. शास्त्रों के अनुसार, राहुकाल में पूजन करना अशुभ माना गया है इसलिए होली पूजन का समय 10 बजकर 35 मिनट से 1 बजकर 29 मिनट तक रहेगा।होलिका दहन का शुभ मुहूर्त13 मार्च को होलिका दहन वाले दिन होलिका दहन के लिए 1 घंटा 4 मिनट का समय मिलेगा. दरअसल रात 11 बजकर 26 मिनट तक भद्रा व्याप्त रहने की वजह से होलिका दहन नहीं किया जा सकेगा होलिका दहन मुहूर्त रात 11 बजकर 27 मिनट से मध्य रात्रि 12 बजकर 30 मिनट तक रहेगा |