ग्राम पंचायत की आवश्यकता को देखते हुये मास्टर प्लान बने इसमें बघेरा विकास परिषद एक सहयोगी संस्था के रूप में सार्थक और सहयोगी साबित हो सकती है।
बघेरा 07 जनवरी (केकड़ी पत्रिका न्यूज) राजस्थान की सभी ग्राम पंचायतों के साथ बघेरा ग्राम पंचायत क्षेत्र के विकास कार्य को लेकर सरकारी योजनाओं के लाखों,करोड़ों रुपए खर्च होते होंगे, नरेगा जैसी योजनाओं में लाखों रुपए हर ग्राम पंचायत में प्रतिवर्ष आते हैं ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग के माध्यम से भी हजारों लाखों रुपए विकास कार्य के लिए आते है ।
कुछ राजनीतिक पहुंच और रसूखदार व्यक्ति अपने व्यक्तिगत संपर्क के द्वारा भी ग्रामीण क्षेत्रों में अपने ग्राम पंचायत के क्षेत्र में विकास कार्य के लिए विशेष योजनाओं के तहत धनराशि आवंटित करा ही लेते होंगे फिर हर ग्राम पंचायत का स्वरूप आज आदर्श ग्राम पंचायत की तरह क्यों नजर नहीं आता काम धरातल पर नजर क्यो नही आता।
ग्राम पंचायत बघेरा के लिए आवश्यकताओं ओर विकास की सम्भावनाओं को ध्यान में रखते हुए प्रति वर्ष या प्रति 5 वर्ष के लिए एक मास्टर प्लान एक मॉडल तैयार किया जाए । उसी मॉडल के अनुरूप सरकारी योजनाओं के तहत आने वाले धन का चरणबद्ध तरीके से विकास किया जाए और साथ ही स्थानीय प्रशासन और उस को संचालित करने वाले जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारियों की रचनात्मक और सृजनात्मक सोच को दृढ़ निश्चय के साथ आगे बढ़ाना होगा।
हर जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी की एक रचनात्मक ओर सृजनात्मक सोच पैदा करनी होगी जो उस मॉडल उस मास्टर प्लान के तहत कार्य करते हुए प्रतिवर्ष उस कार्य के क्रियान्वित की रिपोर्ट राज्य सरकार को प्रेषित की जाए इस प्रकार ग्राम पंचायत की दशा और दिशा दोनों बदले जा सकते हैं।
इस कार्य को रचनात्मक और सृजनात्मकता की सोच रखने वाला व्यक्ति ही क्रियान्वित कर सकता है और इस कार्य में ग्राम के प्रबुद्ध नागरिक या बघेरा विकास परिषद एक सहयोगी संस्था के रूप में सार्थक और सहयोगी साबित हो सकती है।