कन्या महाविद्यालय में लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर 300 शताब्दी वर्ष पर व्याख्यान का आयोजन
केकड़ी 22 अक्टूबर (केकड़ी पत्रिका न्यूज़ पोर्टल) शाहपुरा महाप्रभु स्वामी रामचरण कन्या विद्यापीठ में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उच्च शिक्षा राजस्थान के तत्वावधान में लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की 300 वीं जन्म जयंती वर्ष समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ सत्यनारायण कुमावत प्राचार्य , प्रज्ञा प्रवाह सहसंयोजक क्षेत्र राजस्थान धर्म नारायण वैष्णव जिला प्रचार प्रमुख भीलवाड़ा एबीआरएसएम (उच्च शिक्षा) राजस्थान उपस्थित रहे।
मुख्य वक्ता डॉ कुमावत ने बताया कि राजमाता अहिल्याबाई होल्कर भारत की उन महिला शासिकाओं में से एक थी जिन्होंने भारतीय संस्कृति की पुनर्स्थापना और पुनर्निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान प्रदान दिया। उन्होंने लोकमाता अहिल्या बाई होल्कर के जीवन वृत्त के साथ साथ उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने यह भी बताया कि इन्होंने किस प्रकार से विपरीत परिस्थितियों में भी एक सुदृढ़ साम्राज्य की स्थापना की। आपने उनके द्वारा किये जाने वाले कार्यों की आर्थिक, सामाजिक एवं धार्मिक पक्ष से व्याख्या की।
आपने यह भी स्पष्ट किया कि अहिल्या बाई होल्कर ने भारत में नई आध्यात्मिक, सामाजिक चेतना उत्पन्न की व छात्राओं को उनके जीवन से प्रेरणा लेने का आग्रह किया। साथ ही कहा कि हमारे इतिहास अध्ययन में ऐसी विभूतियों को शामिल किया जाना चाहिए। साथ ही यह भी कहा कि अहिल्याबाई ने समाज के साथ एक माता का व्यवहार स्थापित किया। महिलाओं के लिए कुटीर उद्योगों की स्थापना की। दुष्टों के लिए उचित दंड व्यवस्था स्थापित कर एक न्यायकारी एवं शांति संपन्न प्रशासन का संचालन किया ।उनके द्वारा अनेक प्राचीन मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया गया। राज्य में समुचित कर व्यवस्था की लागू की गई। महिलाओं के लिए साड़ी बनाने का कुटीर उद्योग प्रचलित किया,जो आज भी माहेश्वरी साड़ी के नाम से प्रसिद्ध है ।
उनकी न्यायप्रियता और पारदर्शिता हमारे लिए युगों युगों तक प्रेरणादायी रहेगी। उन्होंने छात्राओं एवं संकाय सदस्य से आग्रह किया कि हम इन महापुरुषों के बारे में अधिक से अधिक पढ़ें और उनके जीवन से प्रेरणा प्राप्त करें। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय प्राचार्य डॉ ओमप्रकाश कुमावत ने की तथा बताया कि अहिल्याबाई होल्कर उन महिला शासको में से थी जिन्होंने भारतीय संस्कृति की पुनरुत्थान में महत्वपूर्ण योगदान निभाया। संचालन रेहाना परवीन छिपा ने किया।
समारोह में छात्राओं के अतिरिक्त महाविद्यालय के संकाय सदस्य अभिषेक बसेर , ओमप्रकाश वर्मा, लेखराज पाराशर, तृप्ति पारीक, संजना गहलोत, भारती समतानी , अमित शर्मा , बृजेश शर्मा उपस्थित रहे।