पर्वराज पर्युषण में दश लक्षण धर्म महापर्व के अंतर्गत ” तत्वार्थ सूत्र महामंडल विधान” का आयोजन धूमधाम से किया जा रहा
केकड़ी 15 सितम्बर (केकड़ी पत्रिका न्यूज पोर्टल) सच्चे मन से कषाय और मिथ्यात्व का त्याग करना उत्तम त्याग धर्म है ।बाल ब्रह्मचारी पंडित नीरज जैन ने पर्युषण पर्व के आठवें दिन “उत्तम त्याग धर्म” दिवस पर नेमिनाथ मंदिर बोहरा कॉलोनी में अपने प्रवचन के दौरान कहे ।
उन्होंने कहा कि आत्म शुद्धि के उद्देश्य से क्रोध,मान, माया,ओर लोभ आदि विकार भावों को छोड़ना तथा स्व ओर पर के उपकार की दृष्टि से अपने उपभोग के धन धान्य आदि पदार्थों का सुपात्र को दान करना ही उत्तम त्याग धर्म है ।
श्री नेमिनाथ दिगंबर जैन मंदिर बोहरा कॉलोनी में पर्वराज पर्युषण में दश लक्षण धर्म महापर्व के अंतर्गत ” तत्वार्थ सूत्र महामंडल विधान” का आयोजन धूमधाम से किया जा रहा है ।
समाज के संरक्षक अमर चंद चोरुका ने बताया कि आगरा से बाल ब्रह्मचारी विधानाचार्य पंडित नीरज जैन व ब्रह्मचारी पंडित प्रेमपाल के निर्देशन में व संगीतकार कमलेश देवी एंड पार्टी के सानिध्य में “तत्वार्थ सूत्र महामंडल विधान” के आज 26 अर्घ्य समर्पित किये गए।
विधान के सोधर्म इन्द्र शांतिलाल पारस कुमार चोरुका,कुबेर इन्द्र भाग चंद विजय कुमार ,इशान इन्द्र सुरेंद्र कुमार विनय कुमार रांटा,सनत इन्द्र पारस मल महावीरप्रसाद ,यज्ञनायक इन्द्र राजेन्द्र कुमार नितिन कुमार व महेंद्र इन्द्र अशोक कुमार ज्ञान चंद द्वारा महामंडल विधान में विभिन्न धार्मिक क्रियाएं की गई ।
प्रातः कालीन जिनाभिषेक व शांतिधारा के पश्चात समाज के धर्मावलंबियों ने दसलक्षण पर्व के आठवें दिन “उत्तम त्याग ” पर सामूहिक पूजा की गई । शांतिधारा का पुण्यार्जन कैलाश चंद प्रकाश चंद,पारस मल महावीर प्रसाद,ओमप्रकाश अनिल कुमार,मनोज कुमार विनोद कुमार,कैलाश चंद राजकुमार,शांति लाल पारस मल,सत्यनारायण अशोक कुमार,वीरसेन हर्षित,राजेन्द्र कुमार नितिन कुमार,प्रवीण चंद निर्मल प्रमोद कुमार ने प्राप्त किया ।
इस अवसर पर सांस्कृतिक संध्या का आयोजन भी किया जिसमे श्री नेमिनाथ पाठशाला के बच्चों व नेमिनाथ समाज की महिलाओं ने गौशाला में सुंदर नृत्य नाटिका “मोक्ष के प्रेमी “प्रस्तुत की।नाटिका की संचालन विद्या जैन ने किया ।