जिला कलक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियो के साथ ली समीक्षा बैठक ,दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
आमजन को मिले बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं – जिला कलक्टर
केकड़ी, 11 सितंबर(केकड़ी पत्रिका न्यूज पोर्टल) राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर काफी गंभीर एवं संवेदनशील है। इस मामले में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर एवं सुदृढ़ बनाने के लिए अधिकारीगण नियमित रूप से स्वास्थ्य केंद्रों की मोनिटरिंग करें और योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन करवाएं। ये निर्देश जिला कलक्टर श्रीमती श्वेता चौहान ने बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ आयोजित समीक्षा बैठक में दिए।
जिला कलक्टर श्रीमती श्वेता चौहान ने निर्देश देते हुए कहा कि सुनिश्चित करें कि आमजन को सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर किसी तरह की कोई परेशानी न हो। किसी कार्मिक की लापरवाही से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित नहीं होनी चाहिए। बीसीएमओ व संस्थान प्रभारी अधिकारी की जिम्मेदारी बनती है कि आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलें। साथ ही मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए एंटी लार्वा गतिविधियों की समीक्षा करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग गंभीरता पूर्वक उक्त कार्यवाही सुनिश्चित करें। नगर परिषद के अधिकारियों को शहर में नियमित रूप से फॉगिंग एवं एमएलओ छिड़काव करवाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि हर सप्ताह बीसीएमओ की बैठक करें। जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि ओपीडी समय में चिकित्सक अपने कक्ष में ही मिलें ताकि मरीजों को इंतजार न करना पड़े।
मुख्यमंत्री दवा योजना की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य केंद्रों पर दवाओं की कमी नहीं होनी चाहिए। सभी प्रभारी अधिकारी संबंधित सभी केंद्रों पर दवा की उपलब्धता सुनिश्चित करें। दवा वितरण केन्द्र समय पर खोलने के लिए पाबंद किया गया। जांच योजना में कहा कि जांच के अभाव में मरीज को परेशानी न हो।
टीबी कार्यक्रम के तहत निक्षय पोषण योजना में वंचित लोगों के अकाउंट नंबर लेकर उन्हें लाभान्वित करने के निर्देश दिए गए। टीबी प्रोग्राम को लेकर उन्होंने कहा कि निक्षय पोषण योजना में सभी लाभार्थियों को समय पर भुगतान हो, इससे कोई वंचित न रहे। टीकाकरण कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि जहां भी कम टीकाकरण हो रहा है, स्वास्थ्य केंद्रों की नियमित मॉनिटरिंग करें। संस्थागत प्रसव के मामले में उन्होंने निर्देश दिए कि स्टाफ नियमित रूप से केंद्र पर ठहरें। गर्भवती महिलाओं को नजदीकी केंद्र पर बेहतर सेवाएं देकर संस्थागत प्रसव बढ़ाने के निर्देश दिए।
विकलांगता प्रमाण पत्र की पेंडेसी पर जिला कलक्टर ने त्वरित निस्तारण करने के निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी स्तर पर दिव्यांगजनों को परेशानी नहीं होनी चाहिए। यूडीआईडी शिविरो में अधिक से अधिक दिव्यांगजनों को लाभ मिले । बैठक में परिवार कल्याण कार्यक्रम, मौसमी बीमारियों, बच्चों में सैम व मैम, एनीमिया, पीसीपीएनडीटी व अन्य स्वास्थ्य सेवाओं पर चर्चा की गई।
इस दौरान उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सीमा , आरसीएचओ डॉ अनुज पिंगोलिया , नगर परिषद के सहायक अभियंता घासीलाल गुर्जर, सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।