बछ बारस कल, सुहागिन महिलाये करेगी गो माता और बछड़े की पूजा
सावर, 29 अगस्त (केकड़ी पत्रिका न्यूज पोर्टल/हंसराज खारोल,) भारतीय धर्म और संस्कृति में गाय को माता का दर्जा देकर पूजा जाता है, विशेषकर महिला बच बारस बदवा बुदी /बारस को गाय माता के साथ साथ बछड़े की पूजा की जाती है।
पूरे परदेश में यह उत्सव मनाया जाता है प्राप्त जानकारी के अनुसार केकड़ी जिले के सावर उपखंड के ग्राम कुशायता, बिसुदनी, गोरधा, पिपलाज,, सदारा, कीडवा, का झोपडा, सोकिया का खेडा ,चिकलिया, सुरजपुरा, कुशायता का झोपडा, चिकलिया, सुरजपुरा ,मेहरूकला, आमली,चितिवास, देवमण्ड, गोठडा,, उमेदपुरा,उदयसागर , मोटालाव सहित आसपास के सभी गांवो में 30 अगस्त को शुकवार को सुहागिन महिलाये अपने पुत्र की दीर्घायु की कामना के लिए बछ बारस के पावन अवसर पर गाय के बछड़े का पुजन करेगी।
इस दिन व्रत नियम का पालन करेगीसुबह गाय बछड़े के तिलक लगाएगी/ गाय माता को वस्त्र अर्पिण करेगी ओर मेहंदी लगाएगी वह मूगं मोठ अर्पण किया जाएगा /इस दिन घरो में गेहूं से बनी रोटी और चाकू से कटी सब्जी नहीं बनाई जाएगी है।
मक्का, बाजरे की रोटी मूगं मोठ आदि का भोजन किया जाएगा। महिलाओ की ओर से बछ बारस उघाफन भी किया जाएगा। इस दिन व्रत नियम का पालन करेगी/