बारिश होने कुशायता के राजोला तालाब मे मछलियो के लिए वरदान साबित हुई
कुशायता, 02 अगस्त (केकड़ी पत्रिका न्यूज पोर्टल/हंसराज खारोल) कुशायता बिसुदनी सूरजपुरा पिपलाज सदारख आमली उमेदपुरा बनेडिया उदयसागर किशनपुरा माधोपुरा ,कीडवा का झोपडा,मोटालाव सोकिया का खेडा,चिकलिया, मेहरूकला,चितिवास सहित आसपास के सभी गांवो मे शुकवार को सुबह से शाम तक रुक रुक कर हुई शुकवार को हुई बारिश और ठंडी हवाओं के चलते कुशायता मे तापमान में गिरावट आई है और ठंडी हवा बारिश के चलते लोगों को जहां गर्मी से राहत मिली तो वही कोई दो दिनों से इंद्रदेव भगवान के मेहरबान होने से किसानों के चेहरों खिल गए। कुशायता,बिसुदनी तालाब मछलियो कै लिए वरदान साबित हुई ।हालांकि दिन भर रुक रुक कर हुई बरसात से किसानों को चेहरे पर रौनक लौट आई।
गुरुवार से ही रुक रुक कर बारिश का दौर जारी होने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं लगातार हो रही बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया लोगों को घरो मे केद हो ग ए एक बार गली के अंदर भारी दिखतों का सामना करना पड़ रहा है। बारिश होने से किसानों में फसलों को अमृत मिला है। राजोला तालाब, बालरा तालाब मसानी नाडी मोडीयासागर, गुची नाडी, मोटालाव गांव के धार्मिक तालाब बिसुदनी गांव धार्मिक तालाब ,एनिकट बिसुदनी ,बिसुदनी बांध ,नाहर सागर पिपलाज, सुरजपुरा नाडी, गोरधा के चोकी नाडी, लोडकिया तालाब, बडा तालाब,भरणी नाडी,एनिकट, चिकलिया बाला जी महाराज के पर नाडी ,पिपलाज तालाब मेहरूकला धार्मिक तालाब सहितआसपास के सभी गांवो धार्मिक तालाब में पानी की अच्छी आवक नहीं हुई है।
दो-तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश रुक रुक कर सभी गांवो सरकारी स्कूलों एवं सरकारी ऑफिस में छत टपकने लगी है ।जिससे छात्र-छात्राओं को बैठने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। और कीचड ही कीचड़ हो जाने से छात्र छात्राओं एवं ग्रामीण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ।मगर पंचायत प्रशासन किचड हटाने की कोई शुद्ध नहीं ले रहा है। पंचायत प्रशासन कुंभकरण की नींद में सोया हुआ।
ग्राम पंचायत गोरधा मुख्यालय के क्षेत्र के गांव चिकलिया स्कूल मे एक पटी टुटी हुई है एंव कई स्कूलों में तो पटियां टूटी हुई है। मगर प्रशासन कुंभकरण की नींद में सोया हुआ है कभी भी भारी हादसा हो सकता है। किसान लोग यूरिया खाद अपनी फसलों मक्का जवार उड़द मूंग तितली बाजरा में लगाया जा रहा है। बारिश होने से छात्र-छात्राओं को स्कूल जाने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।